Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद के दो बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप की चर्चा हो रही है. महुआ विधानसभा सीट से उम्मीदवार तेज प्रताप के खिलाफ तेजस्वी ने कहा कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता है.
Bihar Election 2025 : बिहार चुनाव में पहले फेज की वोटिंग का बिगुल फूंक चुका है और 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान किया जा रहा है. पहले चरण में यूं तो कई दिग्गज मैदान में हैं, लेकिन वैशाली जिले की राघोपुर सीट काफी चर्चा में हैं. इस सीट पर महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव मैदान में हैं. वह लगातार जनता के बीच में जाकर वोटर्स को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं और राज्य में RJD का नेतृत्व वाला महागठबंधन को सत्ता लाने के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं. इसके अलावा RJD से निष्कासित हुए लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप भी भी काफी चर्चाओं में हैं . हालांकि, इस बार उन्होंने जनशक्ति जनता दल (JJD) बनाकर अलग रास्ता बनाया है और वह इस बार महुआ विधानसभा सीट में मैदान पर उतरें हैं. अब देखना होगा कि वह आरजेडी के उम्मीदवार मुकेश रौशन को कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं.
राघोवर बना तेजस्वी का गढ़
तेजस्वी यादव इस बार राघोवर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और वह इससे पहले इस सीट से दो बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. साथ ही वह विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता हैं और इस बार विपक्ष के मुख्यमंत्री चेहरा भी हैं. ऐसे में सभी का ध्यान उन पर है कि क्या वह राघोपुर सीट से जीत दर्ज करने के साथ महागठबंधन को सत्ता में ला पाएंगे. हालांकि, इस सीट पर उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सतीश यादव से हैं और वह एक बार लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी को इस सीट पर साल 2010 में पटखनी देने का काम कर चुके हैं.
वहीं, तेजस्वी ने 2015 और 2020 में सतीश यादव को हार का स्वाद चखाया है. इस बार वह हैट्रिक की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इसी बीच विपक्ष के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा कि हम सबको मिलकर बिहार को नंबर वन राज्य बनाना है और नया बिहार बनाने के लिए कोशिश करनी है जहां पर पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई वाली सरकार हो. साथ ही हमें ऐसी सरकार को चुनना है जहां पर युवाओं पर लाठी न बरसाईं जाए और कोई भी परीक्षा का पेपर लीक न हो. बता दें कि तेजस्वी यादव पहली बार मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर इस सीट से चुनावी मैदान में हैं.
तेज प्रताप ने संभाली महुआ की कमान
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से नाता टूटने के बाद तेज प्रताप ने अपनी अलग पार्टी JJD बनाई है और वह इस बार महुआ विधानसभा सीट से मैदान में उतरे हैं. इस बार उनका मुकाबला आरजेडी उम्मीदवार मुकेश रोशन से है, जबकि एनडीए की तरफ से एलजेपी उम्मीदवार संजय कुमार मैदान में हैं. तेज प्रताप ने पिछली बार महुआ सीट से मुकेश रोशन के लिए प्रचार किया था और वह वर्तमान में यहां से विधायक हैं.
तेज प्रताप साल 2015 में इस सीट से चुनाव जीत चुके थे और 2020 में आरजेडी ने उन्हें समस्तीपुर जिले की हसनपुर सीट से उम्मीदवार बनाया था. हालांकि, तेज हसनपुर से चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे लेकिन भारी दबाव के बीच उन्हें सीट से चुनाव लड़ना पड़ा था. साथ ही जब उन्होंने आरजेडी से बाहर का रास्ता दिखाया तो उन्होंने जेजेडी पार्टी बनाकर हसनपुर की जगह महुआ से चुनाव लड़ने का फैसला किया. वहीं, रविवार को तेजस्वी यादव ने कहा था कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता है और जनता जनार्दन को पार्टी के चुनाव चिह्न पर बटन दबाना चाहिए. हालांकि, इस दौरान उन्होंने बड़े भाई का नाम नहीं लिया.
इसके जवाब में तेज प्रताप ने सोमवार को आरजेडी का गढ़ राघोपुर में एक शानदार रैली की और अपनी पार्टी के उम्मीदवार प्रेम कुमार के लिए वोट मांगा. यह यादवों का गढ़ माना जाता है, अगर तेज प्रताप वोट काटने में कामयाब होते हैं तो यह तेजस्वी के लिए नुकसान पहुंचाने जैसा साबित होगा. बता दें कि तेज प्रताप ने बिहार में 43 उम्मीदवार मैदान में उतारें हैं और इनमें से ज्यादातर यादव बहुल इलाके हैं. यहां से ज्यादातर आरजेडी के उम्मीदवार जीतते रहे हैं. बता दें कि तेज प्रताप की पार्टी के कई ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें आरजेडी और जनसुराज से टिकट नहीं मिला.
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