Telangana News : हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्थित जीएमआर एयरोस्पेस और औद्योगिक पार्क-SEZ सैफरान का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने MRO इकोसिस्टम को मजबूत करने पर फोकस किया है.
Telangana News : भारत के एविएशन सेक्टर ने शानदार काम करके दिखाया है. हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्थित जीएमआर एयरोस्पेस और औद्योगिक पार्क-SEZ सैफरान के रखरखाव के लिए मरम्मत और ओवरहाल (MRO) अब ऑफिशियल रूप से शुरू हो गया है. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया और इस दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बुधवार को पीएम मोदी से बेंगलुरु-हैदराबाद हिस्से को डिफेंस और एयरोस्पेस कॉरिडोर घोषित करने की अपील की. साथ ही सीएम रेड्डी ने कहा कि पिछले साल तेलंगाना से एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में एक्सपोर्ट दोगुना हो गया है, जो सिर्फ 9 महीनों में 30 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है, जो फार्मा एक्सपोर्ट से भी ज्यादा है.
2047 ग्लोबल समिट में किया PM को इनवाइट
तेलंगाना को सिविल एविएशन मिनिस्ट्री से एयरोस्पेस अवॉर्ड मिला है. साथ ही एयरोस्पेस इन्वेस्टमेंट को अट्रैक्ट करने के लिए स्किल डेवलपमेंट एक बहुत जरूरी क्राइटेरिया है. सीएम रेड्डी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह कर रहा हूं कि बेंगलुरु-हैदराबाद स्ट्रेच को डिफेंस और एयरोस्पेस कॉरिडोर घोषित किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना सरकार 30 हजार एकड़ जमीन में भारत फ्यूचर सिटी बना रही है. बता दें कि सीएम रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी को तेलंगाना राइजिंग 2047 ग्लोबल समिट में इनवाइट किया, जो 8 और 9 दिसंबर को भारत फ्यूचर सिटी में होगा.
एक मील का होगा पत्थर साबित
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि कमर्शियल एयरक्राफ्ट में इस्तेमाल होने वाले LEAP इंजन के लिए फ्रांस की बड़ी कंपनी सैफरान की MRO फैसिलिटी, एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में तेलंगाना की ग्रोथ में एक मील का पत्थर साबित होगी. प्रधानमंत्री द्वारा हैदराबाद में फैसलिटी सेटअप का वर्चुअली उद्घाटन किया गया. इसके बाद रेवंत रेड्डी, केंद्रीय सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू, तेलंगाना के मिनिस्टर श्रीधर बाबू और अन्य लोगों ने शमशाबाद के पास जीएमआर एयरो पार्क में राफेल एयरक्राफ्ट में इस्तेमाल होने वाले M88 इंजन के लिए बनी रही नई MRO यूनिट के शिलान्यास समारोह में पार्टिसिपेट किया.
एमआरओ का काम होता था विदेशों में
वर्चुअली उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि भारत 85 प्रतिशत MRO के कार्य अभी भी विदेशों में होते थे, जिसके कारण काफी लागत आती थी. साथ ही बहुत से विमानों को लंबे समय के लिए ग्राउंडेड रखना पड़ता था. लेकिन अब सरकार ने MRO इकोसिस्टम मजबूत करने का बड़ा फोकस किया है. लेकिन अब सरकार ने MRO इकोसिस्टम को मजबूत करने पर फोकस किया है.
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