Rajasthan hospital fire: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेधम ने स्थिति का जायजा लेने के लिए ट्रॉमा सेंटर का दौरा किया.
Rajasthan hospital fire: जयपुर के राजकीय सवाई मान सिंह (SMS) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रविवार देर रात आग लगने से 6 मरीजों की मौत हो गई. ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि जब स्टोरेज एरिया में आग लगी, तब न्यूरो आईसीयू में 11 मरीजों का इलाज चल रहा था. आशंका है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया है. कहा कि जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है. राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है. अधिकारियों के अनुसार, मृतकों की पहचान सीकर निवासी पिंटू, जयपुर निवासी दिलीप और बहादुर, भरतपुर निवासी श्रीनाथ, रुक्मिणी और खुरमा के रूप में हुई है. धाकड़ ने कहा कि घटना में छह लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो महिलाएं और चार पुरुष थे.
कई दस्तावेज, आईसीयू उपकरण भी राख
उन्होंने कहा कि चौदह अन्य मरीज़ों को एक अलग आईसीयू में भर्ती कराया गया था. सभी को सफलतापूर्वक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. आग लगने से इमारत में अफरा-तफरी मच गई क्योंकि घना धुआं तेज़ी से फैल गया, जिससे मरीज़ों और उनके परिजनों में दहशत फैल गई. आग में कई दस्तावेज़, आईसीयू उपकरण और चिकित्सा सामग्री नष्ट हो गई. दमकलकर्मियों ने लगभग दो घंटे में आग पर काबू पा लिया. घटनास्थल पर मौजूद वार्ड बॉय विकास ने पीटीआई को बताया कि आग के विकराल होने से पहले उन्होंने और अन्य स्टाफ सदस्यों ने अधिक से अधिक लोगों को बचा लिया. उन्होंने कहा कि जब हमें आग के बारे में पता चला तो हम ऑपरेशन थियेटर के अंदर थे, इसलिए हम तुरंत सेंटर के अंदर मौजूद लोगों को बचाने के लिए दौड़े. हालांकि आग की लपटें तेज होने के कारण हम इमारत के अंदर नहीं जा सके. हमने अधिक से अधिक लोगों को बचाने की पूरी कोशिश की.
मुख्यमंत्री ने किया ट्रॉमा सेंटर का दौरा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेधम ने स्थिति का जायजा लेने के लिए ट्रॉमा सेंटर का दौरा किया. जब पटेल और बेधम पहली बार पहुंचे तो कुछ मरीज़ों के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों ने शुरुआती चेतावनी को नज़रअंदाज़ कर दिया और आग लगने के दौरान भाग गए. मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों और मरीज़ों से भी बात की. उन्होंने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और आश्वासन दिया कि तत्काल राहत उपाय किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम मरीज़ों की सुरक्षा, इलाज और प्रभावित व्यक्तियों की देखभाल सुनिश्चित कर रहे हैं. घटना के बाद राज्य सरकार ने गहन जांच के लिए एक समिति के गठन की घोषणा की है.
समिति आग लगने के कारणों की करेगी जांच
यह समिति आग लगने के कारणों, अस्पताल की आपात स्थिति से निपटने की तैयारी, सुरक्षा उपायों और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों पर विचार करेगी. इस समिति की अध्यक्षता चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त इकबाल खान करेंगे. यह समिति घटनास्थल का निरीक्षण और घटना के सभी पहलुओं की समीक्षा के बाद अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी घटना को हृदयविदारक बताया और राज्य सरकार से भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उच्च-स्तरीय जांच कराने का आग्रह किया. विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने भी दुख व्यक्त किया. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी अस्पताल का दौरा किया और घटना पर दुख व्यक्त किया.
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