Bihar Election 2025 : स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि मैंने जिन 38 जिलों का दौरा किया और वहां पर लोगों ने गौरक्षा का अपार समर्थन किया. उन्होंने कहा कि गौरक्षा के मुद्दे पर सभी राजनीतिक दल चुप्पी साधे हुए हैं.
Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है और सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. साथ ही राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो चुका है. इसी कड़ी में उत्तराखंड स्थित ज्योतिर्लिंग मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Swami Avimukteshwarananda) ने सोमवार को घोषणा की कि वे बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में ‘गौरक्षकों’ को उम्मीदवार बनाएंगे. शंकराचार्य ने अपनी ‘राज्यव्यापी गौ माता संकल्प यात्रा’ के समापन के बाद यह घोषणा की है. बता दें कि यह यात्रा 13 सितंबर को शुरू हुई थी और इसका उद्देश्य मतदाताओं से सीधे तौर पर गोहत्या के पाप में भागीदार न बनने की अपील करना था. उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान मैंने बिहार के लोगों को काफी करीब से देखा और मैंने पाया कि उन्होंने अपनी संस्कृति को काफी गहराई से समाया हुआ है.
38 जिलों का किया था भ्रमण
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि मैंने जिन 38 जिलों का दौरा किया और वहां पर लोगों ने गौरक्षा का अपार समर्थन किया. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा की सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे की काफी अनदेखी कर रहे हैं और यही वजह है कि उन्हें उम्मीदवार मैदान में उतारने पड़ रहे हैं. उन्होंने दावा किया उनके समर्थन वाले प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि नामांकन दाखिल करने के बाद वह उनके नामों का खुलासा करेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की रुकावट सामने नहीं आए. साथ ही कुछ ऐसी भी सीटें होंगी जहां पर हमारे उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. वहीं, कई जगहों पर अखिल भारतीय जनसंघ, राष्ट्रीय सनातनी पार्टी, राष्ट्रीय स्वाभिमान पार्टी, सर्वोदय पार्टी और राइट टू रिकॉल पार्टी समेत अन्य दलों का समर्थन करते हुए नजर आएंगे.
मुझे धर्म की रक्षा की जिम्मेदारी मिली : शंकराचार्य
शंकराचार्य ने कहा कि मैं प्रत्यक्ष रूप से राजनीति में हिस्सा नहीं ले रहा हूं, क्योंकि मुझे धर्म की रक्षा की जिम्मेदारी मिली है जिसको मैं निभा रहा हूं. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग समाज में गाय को मारने और खाने की अनुमति देते हैं वह भी पाप के समान भागीदार हैं. शंकराचार्य ने स्पष्ट किया कि वह खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन जिन उम्मीदवारों को वह मैदान में उतार रहे हैं उनके लिए प्रचार जरूर करेंगे. साथ ही जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी क्षमता के मुताबिक उनके लिए दान भी करेंगे. इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियां जो खुद को गौ की रक्षा के रूप में कहती हैं वह गौहत्यारों से मिलने वाले चंदों से पल रही है. दूसरी ओर मुझे कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोधी समझते हैं, लेकिन ये सफेद झूठ है.
मैं पीएम मोदी का शुभचिंतक
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बताया कि मैं प्रधानमंत्री मोदी का शुभचिंतक हूं, जो न केवल उनके जीवन की, बल्कि परलोक की भी चिंता करता हूं. उन्होंने दावा किया कि बिहार में गौहत्या का बड़ा कारण उस्त्रा है. उन्होंने कहा कि मैं लगातार जागरूकता बढ़ाकर उस्त्रा के उस्त्रा से निपटूंगा, लेकिन मुझे बाकी बचे उस्त्रा से निपटने के लिए उम्मीदवार खड़े करने पड़े. बिहार में चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर में होंगे, जबकि नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
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