Sambhaji Brigade Controversy : महाराष्ट्र की राजनीति में उस वक्त उबाल आ गया जब संभाजी ब्रिगेड के नेता प्रवीण गायकवाड़ पर हमला किया गया. इस हमले की सुप्रिया सुले ने भी कड़ी निंदा की है.
Sambhaji Brigade Controversy : महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के अक्कलकोट में शिव धर्म फाउंडेशन के सदस्यों ने संभाजी ब्रिगेड के नेता प्रवीण गायकवाड़ (Praveen Gaikwad) पर हमला कर दिया और उनके साथ कथित तौर पर मारपीट भी की गई. इस हमले की लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने कड़ी निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह चौंकाने वाला मामला है और घटना की गंभीरता के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है. पुलिस के मुताबिक, रविवार को सोलापुर जिले के अक्कलकोट गांव में स्वामी समर्थ जिन्हें दत्तात्रेय का अवतार माना जाता है, उन पर कथित टिप्पणी को लेकर संगठन के कार्यकर्ताओं ने संभाजी ब्रिगेड के प्रदेश गायकवाड़ के साथ कथित तौर पर मारपीट की और उन पर स्याही फेंकी है.
कई धाराओं में दर्ज किया मामला
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें देखा सकता है कि प्रवीण गायकवाड़ को उनकी कार से बाहर निकाला जाता है और उसके कुछ देर बाद ही उनके साथ मारपीट शुरू कर दी. इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ने दीपक काटे और शिवधर्म फाउंडेशन के 6 अन्य सदस्यों को BNS की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया और उन्हें तत्काल हिरासत में भी ले लिया गया. हालांकि, पुलिस ने नोटिस जारी करने के बाद उन्हें जाने दिया गया. इस मामले में सुप्रिया सुले ने कहा कि मैंने और पवार साहब ने प्रवीण दादा से बात की है और सोलापुर जिले के एसपी से इस मामले की शिकायत की है. उन्होंने आगे कहा कि मैं इस हमले की कड़ी निंदा करती हूं और यह काफी चौंकाने वाली बात है कि अभी तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई है.
मुख्य आरोपी के पास मिली पिस्तौल
जब गायकवाड़ से इस मामले में सुले से सवाल पूछा गया कि क्या ये उनकी हत्या का प्रयास किया गया है तो उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस ने दावा किया है कि हमले के वक्त मुख्य आरोपी के पास एक पिस्तौल थी. साथ ही इस व्यक्ति के खिलाफ पहले भी शिकायत दर्ज की गई है और एक बार तो बात यहां तक पहुंच गई कि एक हवाई अड्डे से उसके पास से पिस्तौल बरामद की थी. हम बस यही मांग करना चाहते हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. सुले ने दावा किया कि मौजूदा सत्ताधारी में ऐसी व्यवस्था में आक्रामक प्रवृत्तियां तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते मुंबई में एक MLA हॉस्टल कैंटीन के एक कर्मचारी पर शिवसेना के एक विधायक द्वारा किए गए हमले में परोक्ष रूप से हवाला देते हुए सत्ता में बैठे लोग ऐसा व्यवहार करते हैं कि जैसे वे किसी भी तरह से बच सकते हैं.
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