Home राज्यMaharashtra Bombay High Court को मिली बम से उड़ाने की धमकी, ईमेल से भेजा था संदेश; विस्तार से पढ़ें

Bombay High Court को मिली बम से उड़ाने की धमकी, ईमेल से भेजा था संदेश; विस्तार से पढ़ें

by Sachin Kumar
0 comment
Bombay HC gets bomb threat email turns out hoax

Delhi High Court Email Threat : बॉम्बे हाई कोर्ट को ईमेल के माध्यम से मिली बम से उड़ाने वाली धमकी फर्जी साबित हुई है. अधिकारियों का कहना है कि काफी गहन जांच होने के बाद भी कुछ नहीं मिला.

Delhi High Court Email Threat : दिल्ली के स्कूलों के बाद अब बॉम्बे हाई कोर्ट को शुक्रवार को बम से उड़ाने की धमकी मिली. इसके बाद कोर्ट की कार्यवाही करीब दो घंटे तक स्थगित रही, लेकिन फिर पता चला कि यह एक फर्जी ईमेल था क्योंकि सुनवाई में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. अधिकारियों ने बताया कि बम की धमकी वाले ईमेल से कोर्ट में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया और अदालत की कार्यवाही शुरू करने से पहले पूरा परिसर खाली कर दिया था. पूरे मामले को लेकर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बॉम्बे हाई कोर्ट के अधिकारियों को दोपहर में बम धमकी वाला ईमेल मिला. काफी डिटेल में जाकर जांच की गई और इसके बाद भी कुछ नहीं मिला. यह सिर्फ एक फर्जी मेल निकला.

सूचना मिलने के बाद खाली कराई इमारत

अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के बाद लोगों को अंदर जाने दिया गया और अदालत का सामान्य कामकाज फिर से शुरू हो गया. साथ ही धमकी भरा ईमेल बॉम्बे हाई कोर्ट के ऑफिशियल ईमेल पर पता आया था, जिससे इमारत में बम विस्फोट करने की चेतावनी दी गई थी. उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद पुलिसकर्मी हाई कोर्ट पहुंचे और सभी न्यायाधीशों, वकीलों, कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों को एहतियात के तौर पर परिसर खाली करने के लिए कहा गया. वहीं, मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) के मुताबिक इमारत को जल्द ही खाली करा लिया गया और बम निरोधक दस्तक को तैनात कर दिया गया.

दो घंटे तक स्थगित रही कार्यवाही

बताया जा रहा है कि बम विस्फोट की धमकी मिलने की वजह से दो घंटे तक कामकाज स्थगित रहा. सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक, ईमेल में कहा गया था कि न्यायाधीशों के कमरों/अदालत परिसर में तीन बम रखे गए हैं और सभी को दोपहर करीब 2 बजे तक अदालत परिसर खाली कर देना चाहिए. ईमेल में आगे लिखा कि एक स्मार्ट और गतिशील युवा शिया मुस्लिम डॉ. फैसल ने कोयंबटूर में पाकिस्तानी ISI के साथ सफलतापूर्वक संपर्क बना लिया है ताकि पटना में 1998 के विस्फोटों को दोहराया जा सके. मूल बात यह है कि जितनी भी सेक्युलर पार्टियां हैं परिवारवादी राजनीति और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर BJP-RSS से मुलाकात करती हैं.

यह भी पढ़ें- उमर खालिद और शरजील इमाम को ‘सुप्रीम’ झटका! 19 सितंबर तक टली सुनवाई; ये हैं आरोप

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?