कानपुर की धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को एकबार फिर ललकारा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने आतंक के पनाहगार पाकिस्तान को खुला चैलेंज भी दिया है.
PM Modi Kanpur Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (30 मई, 2025) को उत्तर प्रदेश के कानपुर पहुंचे और शहर को बड़ी सौगात दी. पीएम मोदी ने चुन्नीगंज और नयागंज के बीच कानपुर मेट्रो के नए कॉरिडोर को हरी झंडी दिखाई और इसके साथ ही कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के द्वितीय चरण का शुभारंभ हुआ. कानपुर में पीएम मोदी ने कई विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रम में भी शिरकत की. पीएम मोदी के साथ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के कई नेता भी मंच पर मौजूद रहे.
क्या बोले योगी आदित्यनाथ?
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों के साहसिक ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया. योगी आदित्यनाथ ने कहा, “देश की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए देश के दश्मनों को जिस भाषा में वो समझे उसी भाषा में जवाब दिया जाता है. पहले सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और अब ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पीएम मोदी के मार्गदर्शन में भारत की सेना के शौर्य और पराक्रम के कारण आज पूरी दुनिया भारत के शक्ति और सामर्थ्य को एक उदाहरण के रूप में मान रही है.”
पीएम मोदी ने सेना के पराक्रम को किया सैल्यूट
पीएम मोदी ने इस दौरान पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, “कानपुर में ये विकास का कार्यक्रम 24 अप्रैल को होने वाला था लेकिन पहलगाम हमले के कारण मुझे अपना कानपुर दौरा रद्द करना पड़ा. पहलगाम के आतंकी हमले में हमारे कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी भी इस बर्बरता का शिकार हुए. बेटी ऐशान्या द्विवेदी की वो पीड़ा, वो दर्द और भीतर का आक्रोश हम सब महसूस कर सकते हैं. हमारी बहनों का वही आक्रोश ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा. हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम किया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ा कर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा। स्वतंत्रता संग्राम की इस धरती से मैं सेना के इस शौर्य को बार-बार सैल्यूट करता हूं। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है.”
‘हर आतंकी हमले का जवाब देंगे’
पीएम मोदी ने कहा, “भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय किए हैं पहला- भारत हर आतंकी हमले का करारा जवाब देगा, उसका समय, जवाब देने का तरीका और शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेंगी. दूसरा – भारत अब एटम बम की गीदड़भभकी से नहीं डरेगा और न ही उसके आधार पर कोई फैसला लेगा. तीसरा – आतंक के आका और आतंक की सरपरस्त सरकार को भारत एक ही नजर से देखेगा.”
ये भी पढ़ें- मोदी 31 मई को जाएंगे मध्य प्रदेश, अहिल्याबाई होल्कर जयंती समारोह में लेंगे भाग, जारी करेंगे डाक टिकट
