India-Pak Relations: मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “क्षेत्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. स्थिति की समीक्षा के बाद पाबंदी को 24 जुलाई तक बढ़ाया गया है.”
India-Pak Relations: भारत ने पाकिस्तान के लिए अपने हवाई क्षेत्र पर लगी पाबंदी को एक महीने और बढ़ा दिया है. अब 24 जुलाई 2025 तक पाकिस्तानी विमानों को भारतीय हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सोमवार को इस फैसले की घोषणा की. यह पाबंदी पहली बार मई 2025 में लगाई गई थी, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था.
क्षेत्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “क्षेत्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. स्थिति की समीक्षा के बाद पाबंदी को 24 जुलाई तक बढ़ाया गया है.” भारत का यह कदम ईरान-इजरायल युद्ध और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच आया है, जिसने दक्षिण एशिया की भू-राजनीति को भी प्रभावित किया है.
पाकिस्तान ने इस फैसले पर क्या कहा?
पाकिस्तान की ओर से इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया आई है. पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने इसे “अनुचित और एकपक्षीय” करार दिया. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “भारत का यह कदम क्षेत्रीय सहयोग के खिलाफ है. इससे दोनों देशों के बीच व्यापार और यात्रा प्रभावित होगी.” उन्होंने अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की.
यह पाबंदी पाकिस्तान की उड़ानों के लिए गंभीर चुनौती बन रही है. पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) को यूरोप, मध्य पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए वैकल्पिक रास्ते अपनाने पड़ रहे हैं, जिससे उड़ानें लंबी और महंगी हो रही हैं. विशेषज्ञों का अनुमान है कि इससे पाकिस्तान को हर महीने लाखों डॉलर का नुकसान हो रहा है. भारतीय हवाई क्षेत्र का उपयोग न कर पाने से PIA की कई उड़ानों का समय 2-3 घंटे बढ़ गया है.
पहलगाम हमले के बाद भारत ने उठाया था सख्त कदम
भारत ने यह पाबंदी तब लगाई थी, जब खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी थी कि पाकिस्तान से भारत के लिए सुरक्षा खतरा बढ़ सकता है. मई में जम्मू-कश्मीर में सीमा पर घुसपैठ की घटनाओं के बाद भारत ने यह कदम उठाया था. इसके अलावा, ईरान-इजरायल युद्ध में पाकिस्तान के रुख ने भी भारत को सतर्क कर दिया था. पाकिस्तान ने इस युद्ध में इजरायल और अमेरिका की निंदा की थी, जिसे भारत ने अपने हितों के खिलाफ माना.
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