राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का विधानसभा में गेम खेलते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो पर सियासत गरमाई हुई है.
Manikrao Kokate: राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का एक वायरल वीडियो, जिसमें वे विधानसभा सत्र के दौरान अपने मोबाइल फोन पर रमी खेलते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद ही बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. विपक्ष ने सरकार पर किसानों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया है. आलोचनाओं का सामना कर रहे कोकाटे ने रविवार को स्पष्ट किया कि वह केवल अपने मोबाइल फोन पर डाउनलोड किए गए गेम को स्किप करने की कोशिश कर रहे थे, जो हाल ही में संपन्न मॉनसून सेशन के दौरान निचले सदन में हुई कार्यवाही को समझने के लिए यूट्यूब देखते समय 5 से 10 सेकंड के लिए दिखाई दिया था. जब राज्य विधानमंडल के उच्च सदन की कार्यवाही स्थगित हुई, तब वह अपना फोन देख रहे थे.
किसने शेयर किया वीडियो?
ये वीडियो राकांपा (शरदचंद्र पवार) विधायक रोहित पवार ने एक्स पर पोस्ट किया था, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पार्टी राकांपा और भाजपा पर निशाना साधा गया था. रोहित पवार ने कहा, “सत्तारूढ़ राकांपा गुट भाजपा से सलाह-मशविरा किए बिना काम नहीं कर सकता. यही वजह है कि कृषि से जुड़े कई मुद्दे लंबित होने और राज्य में रोजाना आठ किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने के बावजूद, कृषि मंत्री, जिनके पास कोई काम नहीं है, रमी खेलने के लिए समय निकालते दिखते हैं.” कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता विजय वडेट्टीवार ने भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार पर किसानों के साथ “धोखेबाज” और “विश्वासघाती” होने का आरोप लगाया. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “किसान मर रहे हैं और कृषि मंत्री अपने मोबाइल फोन पर गेम खेल रहे हैं. इस धोखेबाज और विश्वासघाती सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है. मैं किसानों से अपील करता हूँ कि वे उन्हें सबक सिखाएं.”
क्या बोले माणिकराव कोकाटे?
आलोचना का जवाब देते हुए, माणिकराव कोकाटे ने कहा, “जब राज्य विधानमंडल का ऊपरी सदन स्थगित हुआ, तो मैंने निचले सदन में चल रहे कामकाज की जांच करने के लिए अपना मोबाइल फोन निकाला और यूट्यूब खोलने की कोशिश कर रहा था. डाउनलोड किया गया गेम अचानक खुल गया, और मैं उसे छोड़ रहा था. यह सिर्फ 5 से 10 सेकंड का मामला था.” नासिक जिले के सिन्नर से राकांपा विधायक विवादों से हमेशा जुड़े रहे हैं. अप्रैल में एक बड़ा विवाद तब खड़ा हो गया जब कोकाटे ने दावा किया कि किसान कृषि योजनाओं से प्राप्त धन को इच्छित उद्देश्यों पर खर्च नहीं करते, बल्कि उसका उपयोग सगाई समारोहों और शादियों में करते हैं. जब उनकी टिप्पणी की निंदा हुई, तो उन्होंने खेद व्यक्त किया और माफी मांगी. इस साल की शुरुआत में, नासिक जिले की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने कोकाटे और उनके भाई सुनील कोकाटे को सरकारी कोटे के तहत फ्लैट हासिल करने के लिए फर्जी दस्तावेज जमा करने के आरोप में दोषी ठहराया और दो साल कैद की सजा सुनाई। दोनों ने सत्र न्यायालय में सजा के खिलाफ अपील दायर की. कोकाटे बंधुओं को बड़ी राहत देते हुए, जिला न्यायाधीश प्रथम और अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (नासिक) एन वी जीवने ने 5 मार्च को उनकी अपील पर आदेश आने तक सजा पर रोक लगा दी.
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