Home Top News इंग्लैंड में खतरे में मरीज, पांच दिन की हड़ताल पर हजारों डॉक्टर, सामने आ गई इस संकट की वजह

इंग्लैंड में खतरे में मरीज, पांच दिन की हड़ताल पर हजारों डॉक्टर, सामने आ गई इस संकट की वजह

by Vikas Kumar
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Doctors Strike

इंग्लैंड में हजारों डॉक्टर वेतन वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं. प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने डॉक्टरों से काम पर वापस लौटने की अपील की है.

Doctors in England on Strike: इंग्लैंड में इन दिनों भारी संकट आया है क्योंकि हजारों डॉक्टर हड़ताल पर हैं. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, हजारों डॉक्टरों ने शुक्रवार को वेतन को लेकर पांच दिन की हड़ताल की. सरकार का कहना है कि इससे देश भर में मरीजों की देखभाल बाधित होगी. अपने करियर के शुरुआती दौर में अस्पताल और क्लिनिक की देखभाल की रीढ़ माने जाने वाले रेजिडेंट डॉक्टर, सरकार के साथ बातचीत विफल होने के बाद अस्पतालों के बाहर धरना दे रहे हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा ने कहा कि आपातकालीन विभाग खुले रहेंगे और अस्पताल तथा क्लिनिक यथासंभव निर्धारित अपॉइंटमेंट पूरा करने का प्रयास करेंगे.

वेतन वृद्धि की हो रही है मांग

डॉक्टर अपने संघ, ब्रिटिश मेडिकल एसोसिएशन, के अनुसार 2008 से 20 प्रतिशत वास्तविक वेतन कटौती की भरपाई के लिए वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं. संघ की रेजिडेंट डॉक्टर समिति के अध्यक्ष डॉ. मेलिसा रयान और डॉ. रॉस निउवाउड ने कहा, “वेतन में गिरावट अब इस हद तक पहुंच गई है कि एक डॉक्टर के सहायक को एक रेजिडेंट डॉक्टर से 30 प्रतिशत तक अधिक वेतन दिया जा सकता है.” सरकार का कहना है कि डॉक्टरों को औसतन 28.9 प्रतिशत वेतन वृद्धि मिली है और वह इससे ज्यादा वेतन नहीं देगी, लेकिन बेहतर कामकाजी परिस्थितियों पर चर्चा करने को तैयार है.

पीएम कीर स्टार्मर ने की अपील

प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने डॉक्टरों से काम पर वापस लौटने का आग्रह किया. उन्होंने टाइम्स अखबार में लिखा, “ज्यादातर लोग इन हड़तालों का समर्थन नहीं करते. वे जानते हैं कि इनसे वास्तविक नुकसान होगा.” स्टार्मर ने लिखा, “सुर्खियों के पीछे वे मरीज हैं जिनका जीवन इस फैसले से बर्बाद हो जाएगा. जरूरी इलाज में देरी की हताशा और निराशा. इससे भी बदतर, देर से निदान और देखभाल जो उनके दीर्घकालिक स्वास्थ्य को जोखिम में डालती है.” स्वास्थ्य क्षेत्र के कर्मचारियों ने 2023-24 में एक साल से ज्यादा समय तक लगातार हड़तालें कीं, बढ़ती जीवन-यापन की लागत की भरपाई के लिए वेतन वृद्धि की मांग की. हड़तालों के कारण हजारों नियुक्तियां और प्रक्रियाएं स्थगित करनी पड़ीं. इन हड़तालों ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा द्वारा कोविड-19 महामारी के बाद बढ़े हुए अपॉइंटमेंट बैकलॉग को कम करने के प्रयासों को प्रभावित किया और डॉक्टर से मिलने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा. जुलाई 2024 में निर्वाचित लेबर सरकार द्वारा डॉक्टरों को वेतन वृद्धि दिए जाने के बाद हड़तालें बंद हो गईं, लेकिन यूनियन ने पिछले महीने हड़ताल पर पुनः मतदान कराया.

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