Heavy rain Mumbai: शहर में भारी बारिश के कारण अंधेरा छा गया, जिससे वाहनों की आवाजाही थम गई और सड़कों पर भारी जाम लग गया. भारी बारिश के बाद कई इलाकों की सड़कें जलमग्न हो गईं.
Heavy rain Mumbai: मुंबई में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश से जनजीवन ठप हो गया. IMD के रेड अलर्ट पर मुंबई प्रशासन ने लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की है. IMD ने महानगर और पड़ोसी जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है. भारी बारिश के चलते स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. वाहन चालकों के अनुसार, शहर के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण अंधेरा छा गया, जिससे वाहनों की आवाजाही थम गई और सड़कों पर भारी जाम लग गया. भारी बारिश के बाद कई इलाकों की सड़कें जलमग्न हो गईं. अंधेरी सबवे और लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स जैसे निचले इलाकों में पानी जमा हो गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ. अधिकारियों और यात्रियों के अनुसार, महानगर की जीवन रेखा मानी जाने वाली लोकल ट्रेनें 15 से 20 मिनट की देरी से चल रही हैं.
सोमवार और मंगलवार को ऑरेंज अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मुंबई और पड़ोसी ठाणे तथा रायगढ़ जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें सोमवार और मंगलवार को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान लगाया गया है. इसने सोमवार को रत्नागिरी जिले के लिए रेड अलर्ट और सिंधुदुर्ग के लिए सोमवार और मंगलवार को ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया. मुंबई में शनिवार से भारी बारिश हो रही है. द्वीप शहर, पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में सुबह 9 बजे से सिर्फ एक घंटे में क्रमशः 37 मिमी, 39 मिमी और 29 मिमी की औसत वर्षा दर्ज की गई. अधिकारी ने कहा कि पूर्वी उपनगरों में चेंबूर में सबसे अधिक 65 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसके बाद एक घंटे की अवधि में शिवाजी नगर में 50 मिमी बारिश हुई. जबकि पूर्वी उपनगरों में 72.61 मिमी और पश्चिमी उपनगरों में 65.86 मिमी बारिश दर्ज की गई.
नांदेड़ में 200 से अधिक लोग फंसे
नांदेड़ जिले में भारी बारिश के बीच विभिन्न गांवों में 200 से अधिक लोग फंस गए हैं, जिसके कारण अधिकारियों को बचाव और राहत प्रयासों के लिए भारतीय सेना को तैनात करना पड़ा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने नांदेड़ जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश का अनुमान जताया गया है. पीटीआई से बात करते हुए नांदेड़ के कलेक्टर राहुल कर्डिले ने कहा कि जिला प्रशासन ने बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए भारतीय सेना की एक इकाई को बुलाया है. उन्होंने कहा कि नांदेड़ के मुखेड़ इलाके में 15 सदस्यों वाली एक सेना टीम तैनात की जाएगी. बांधों से पानी छोड़ने का काम भी जारी है. मैंने पड़ोसी राज्य तेलंगाना के सिंचाई विभाग के सचिव को भी फोन किया है और उनसे अनुरोध किया है कि ज़रूरत पड़ने पर वे अपने अधिकार क्षेत्र में पोचमपद बांध से पानी छोड़ने का प्रबंधन करें.
SDRF ने 21 लोगों को बचाया
कलेक्टर ने बताया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) ने रविवार को भारी बारिश के बीच मुखेड़ तालुका के रावनगांव और हसनाल गांवों में फंसे 21 लोगों को बचाया. उन्होंने कहा कि तालुका के रावनगांव, हसनाल, भसवाड़ी और भीगेली गांवों में 200 से अधिक लोग फंसे हुए हैं और उन्हें बचाने के प्रयास जारी हैं. बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है और हमें हदगांव, हिमायतनगर और किनवट में टीमों की जरूरत पड़ सकती है. गोदावरी बेसिन के किनारे बसे गांवों को अलर्ट कर दिया गया है. रविवार को छत्रपति संभजीनगर, जालना, नांदेड़ और परभणी जिलों के 80 राजस्व सर्किलों में 65 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई. नांदेड़ के मार्खेल सर्किल में सबसे अधिक 154.75 मिमी बारिश दर्ज की गई.
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