Rupee Falls Against US Dollar: एक बार फिर डॉलर के सामने भारतीय रुपया कमजोर हो गया है. मंगलवार की सुबह शुरुआती कारोबार में रुपया 22 पैसे गिरकर 87.78 पर पहुंच गया है.
26 August, 2025
Rupee Falls Against US Dollar: डॉलर के सामने भारतीय रुपया एक बार फिर कमजोर हो गया है. मंगलवार यानी 26 अगस्त की सुबह शुरुआती कारोबार में रुपया 22 पैसे गिरकर 87.78 पर पहुंच गया. अब हर कोई इसकी वजह जानना चाहता है. दरअसल, इसकी सबसे बड़ी बजह है अमेरिका की तरफ से भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की तैयारी. फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक, जैसे ही अमेरिकी ड्राफ्ट नोटिस की खबर आई, डॉलर की मांग अचानक बढ़ गई. इसके बाद इम्पोर्टर्स डॉलर खरीदने के लिए टूट पड़े और रुपया की कीमत नीचे आ गई.
रुपये की मुश्किलें?
दरअसल, अमेरिका ने साफ कर दिया है कि 27 अगस्त से भारतीय सामान पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगेगा. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पहले ही इस फैसले को लेकर अनाउंसमेंट कर चुके थे. अब ऑफिशियल ड्राफ्ट नोटिस ने इन्वेस्टर्स की चिंता और बढ़ा दी है. सोचिए, जब भारत से अमेरिका जाने वाले सामान पर इतना भारी टैक्स लगेगा तो एक्सपोटर्स पर दबाव बढ़ेगा और इम्पोटर्स की डॉलर की डिमांड आसमान छुएगी. ऐसे में रुपये पर दबाव आना लाज़मी है.
रुपया Vs डॉलर
मंगलवार को रुपया 87.74 पर खुला, फिर फिसलकर 87.78 तक चला गया. इससे पहले यानी सोमवार को भी रुपया 87.56 पर बंद हुआ था. हालांकि, शुरुआती ट्रेड में रुपया थोड़ी देर के लिए 87.69 तक मजबूत हुआ, लेकिन टिक नहीं पाया. CR Forex Advisors के अमित पाबरी के मुताबिक, ‘रुपया 87.50 का लेवल तोड़ चुका है और अगला बड़ा चैलेंज 87.80 है. यहां पर अक्सर RBI दखल देता है ताकि और गिरावट न हो.’
ग्लोबल पॉलिटिक्स पर असर
जानकारी के लिए बता दें कि यूक्रेन-रूस शांति वार्ता फिर से रुक गई है. ऐसे में वॉशिंगटन का रुख और सख्त होने की आशंका है. यही वजह है कि डॉलर इंडेक्स हल्का सा गिरकर 98.38 पर आ गया, लेकिन अभी भी डॉलर मज़बूत बना हुआ है. वहीं, अमेरिका में फेडरल रिज़र्व की स्वतंत्रता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि राष्ट्रपति ट्रम्प ने गवर्नर लिसा कुक को बर्खास्त कर दिया है.
शेयर बाज़ार में भी हलचल
ब्रेंट क्रूड ऑयल फ्यूचर 0.41% गिरकर 68.52 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. इसका असर भारतीय शेयर बाज़ार पर भी देखा जा रहा है. आज सेंसेक्स 546.87 अंक गिरकर 81,089.04 पर पहुंचा और निफ्टी 179.05 अंक टूटकर 24,788.70 पर आया. फॉरेन इन्वेस्टर्स ने सोमवार को 2,466.24 करोड़ रुपये के शेयर बेच डाले.
आम जनता पर असर
रुपये की कमजोरी का सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ सकता है. इससे विदेश यात्रा, स्टडी या शॉपिंग महंगी होगी. इसके अलावा इम्पोर्टेड सामान, जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, कार और लग्ज़री प्रोडक्ट्स की कीमतें भी बढ़ सकती हैं. हालांकि, एक्सपोटर्स को इसका फायदा होगा क्योंकि उन्हें डॉलर में ज़्यादा फायदा मिलेगा. कहा जा सकता है कि इस वक्त रुपया एक बार फिर डॉलर की आंधी में हिल गया है. अब सबकी निगाहें RBI और सरकार के कदमों पर टिकी हैं. क्या वो रुपये को संभाल पाएंगे या फिर हमें और झटका झेलना पड़ेगा?
यह भी पढ़ेंःत्योहार के रंग में डूबेगी मार्केट! इस दिन NSE-BSE पर नहीं होगी ट्रेडिंग, जानें आगे का शेड्यूल
