UP News: पुलिस ने पत्थर व्यापारी के पोते का अपहरण करने वाले पांच बदमाशों को जेवर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया.
UP News: उत्तर प्रदेश की गौतमबुद्धनगर पुलिस ने एक पत्थर व्यापारी के 25 साल के पोते को अगवा कर उसे मुक्त करने के बदले चार करोड़ों रुपये की फिरौती मांगने वाले पांच बदमाशों को एक मुठभेड़ के बाद रविवार शाम को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में गोली लगने से दो बदमाश घायल हो गए. दोनों के पैर में गोली लगी. बदमाशों ने युवक के अपहरण की साजिश रची. पहले युवक की एक युवती से सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती करवाई. इसके बाद युवक को घटना वाले दिन गौतमबुद्धनगर बुलाया गया. टीम ने अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) साद मियां खान ने बताया कि गाजियाबाद के पत्थर व्यापारी राम प्रकाश गुप्ता ने नौ सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनका पोता शशांक गुप्ता उसी दिन गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित अपने घर से निकला था, लेकिन वह वापस नहीं आया. उसकी कार यमुना एक्सप्रेसवे पर मिली. उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर दनकौर थाना पुलिस ने जांच शुरू की और मामले के खुलासे के लिए पुलिस की पांच टीमें लगाई गईं.
पुलिस की गोली से दो बदमाश घायल
खान के मुताबिक, कई थानों की पुलिस और स्वाट टीम भी घटना के खुलासे में लगी. उन्होंने बताया कि पांच दिन तक चले अभियान के बाद आज पुलिस ने पत्थर व्यापारी के पोते का अपहरण करने वाले पांच बदमाशों को जेवर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपी आज फिरौती की चार करोड़ रुपये की रकम वसूलने के लिए अपहृत को अपने साथ लेकर आए थे. उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा चलाई गई गोली मोहित गुप्ता, आलोक यादव के पैर में लगी है. अधिकारी ने बताया कि मोहित और आलोक के तीन साथी निमय शर्मा, श्याम सुंदर, सुमित कुमार को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया. खान ने बताया कि आरोपियों के पास से अपहरण में प्रयुक्त कार, दो देसी तमंचे, कारतूस आदि बरामद हुआ है.
सोशल मीडिया से हुई थी दोस्ती
जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि बदमाश युवक के परिजनों से इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे और वे लोग परिजनों से चार करोड़ रुपये की फिरौती मांग कर रहे थे. खान ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपहरण की साजिश रची थी और सोशल मीडिया के माध्यम से शशांक की दोस्ती एक युवती से कराई थी. दोनों के बीच जब गहरे संबंध बन गए, तो युवती ने शशांक को मिलने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे पर बुलाया. अधिकारी के मुताबिक, जैसे ही शशांक अपनी कार से यमुना एक्सप्रेसवे पहुंचा, तो पहले से ही घात लगाए बैठे गिरोह के लोगों ने उसे अगवा कर लिया. उसे बंधक बनाकर उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद, कन्नौज सहित कई जगहों पर घूमाते रहे. बदमाश बार-बार अपना ठिकाना बदल रहे थे. खान ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि जिस युवती से अपहृत युवक की दोस्ती करवाई गई थी, वह कौन थी.
ये भी पढ़ेंः पुलिस पर फायरिंग कर भाग रहा टिल्लू ताजपुरिया गैंग का शूटर गिरफ्तार, गोगी गिरोह के सदस्य को मारी थी गोली
