Houthi Rebels : हूतियों ने एक बार मिडिल ईस्ट में ताकत दिखाने का काम किया है. विद्रोहियों ने डच के जहाज को निशाना बनाकर मिसाइल से हमला किया और उसे तबाह करने का काम किया.
Houthi Rebels : मिडिल ईस्ट में हूती विद्रोही लगातार कहर भरपाने का काम कर रहे हैं. वह हर दिन किसी न किसी जहाज को अपना निशाना बनाते हैं और उन्होंने एक बार फिर कार्गों को पर मिसाइल से हमला कर दिया. अदन की खाड़ी में डच ध्वज वाला मालवाहक जहाज पर हमला कर दिया और उसे पूरी तरह तबाह कर दिया. वहीं, इस हमले ने उनके हथियारों की क्षमता को भी दिखाने का काम किया है. अदन की खाड़ी में हूतियों का यह सबसे गंभीर हमला था और यहां से लाल सागर ज्यादा दूर नहीं है, इसका मतलब है कि वह वहां पर हमला कर सकते हैं. उन्होंने नंवबर 2023 से अब तक चार जहाजों को खाड़ी में डुबोने का काम किया.
प्रवेश प्रतिबंध का उल्लंघन का आरोप लगाया
हूतियों की तरफ से यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब इजराइल गाजा शहर को निशाना बनाकर एक नया जमीनी हमला कर रहा है, क्योंकि युद्धविराम को एक बार फिर पेंडिंग बख्शे में डाल दिया गया है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र द्वारा ईरान पर उसे परमाणु कार्यक्रम को लेकर फिर से प्रतिबंध लगाने के बाद मध्य पूर्व में तनाव में है. इसके अलावा हूती विद्रोहियों ने अमेरिका की कई कंपनियों को बनाने के लिए कई उपकरणों के इस्तेमाल करने की धमकी दी है. हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने बताया कि हूतियों ने एक क्रूज मिसाइल दागी जिसने मिनर्वाग्राच्ट को निशाना बनाया और उस पर हमला कर दिया. सारी ने जहाज के मालिक पर कब्जे वाले फिलिस्तीन के बंदरगाहों में प्रवेश प्रतिबंध का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. शुरुआत में अमेरिकी नौसेना की निगरानी वाले संयुक्त समुद्री सूचना केंद्र ने कहा था कि मिनर्वाग्राच्ट पर सवार दो नाविक घायल हो गए, जिसके 19 सदस्यीय चालक दल के सदस्य फिलीपींस, रूस, यूक्रेन और श्रीलंका से थे.
100 से ज्यादा जहाजों पर किया हमला
हमले में भारी नुकसान होने के बाद उन्हें जहाज खाली करने के लिए मजबूर होने पड़ा. इस क्षेत्र में कार्यरत एक यूरोपीय नौसैनिक बल, जिसे ऑपरेशन एस्पाइड्स के नाम से जाना जाता है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि चालक दल के बचाव के बाद मिनर्वाग्राच्ट में आग लग गई थी और वह बह रहा था. गाजा में युद्ध के जवाब में हूतियों ने 100 से ज्यादा जहाजों और इजराइल पर मिसाइल से हमले किए. उनका कहना है कि वे फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता में काम कर रहे हैं. हूती विद्रोहियों द्वारा किया गया हमले ने विस्तृत कर दिया है. क्योंकि मिनर्वाग्राच्ट से पहले अदन की खाड़ी में किसी वाणिज्यिक जहां पर आखिरी हमला अगस्त 2024 में किया गया था. लाल सागर में हूतियों के हमलों ने जहाजरानी को तहत-नहस करने का काम किया है, इस जगह से करीब 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के माल की ढुलाई होती है.
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