RSS 100 Year : कांग्रेस ने याद दिलाया कि सरदार पटेल ने कहा था कि संघ की गतिविधियों ने ऐसा माहौल बनाया, जिसकी वजह से महात्मा गांधी की हत्या हुई. उन्होंने आगे कहा कि पटेल ने ही आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था.
RSS 100 Year : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) अपनी स्थापना की 100वीं वर्षगांठ बना रहा है और इस मौके पर नागपुर में एक भव्य कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संघ कार्यालय पहुंचे. इसी बीच कांग्रेस ने आरएसएस पर निशाना साधा है. पार्टी ने एक किताब का हवाला देते हुए दावा किया कि महात्मा गांधी ने ‘संघ को अधिनायकवादी दृष्टिकोण वाला सांप्रदायिक संगठन’ बताया था. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पोस्ट में लिखा कि प्यारेलाल गांधी के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक थे, लगभग तीन दशकों तक उनके निजी स्टाफ का हिस्सा रहे और 1942 में महादेव देसाई की मृत्यु के बाद उनके सचिव बने.
किताब का जिक्र करके किया हमला
जयराम रमेश ने कहा कि महात्मा गांधी पर प्यारेलाल की किताबें मानक संदर्भ ग्रंथ बन गई हैं. 1956 में उन्होंने अपनी पुस्तक महात्मा गांधी: द लास्ट फेज का पहला खंड प्रकाशित किया. इसमें भारत के राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा एक लंबी भूमिका लिखी और उपराष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन द्वारा अनुमोदन शामिल था. उन्होंने कहा कि इसका दूसरा खंड दो साल बाद प्रकाशित हुआ. दूसरे खंड में प्यारेलाल ने महात्मा गांधी और उनके एक सहयोगी के बीच हुई बातचीत के बारे में लिखा कि राष्ट्रपिता ने आरएसएस को अधिनायकवादी दृष्टिकोण वाला सांप्रदायिक संगठन बताया है. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि यह बातचीत 12 सितंबर, 1947 को हुई थी. उन्होंने बताया कि पांच महीने के बाद तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था. इस दौरान रमेश ने किताब एक पेज भी शेयर किया, जिसमें गांधी ने आरएसएस को अधिनायकवादी दृष्टिकोण वाला संगठन बताया.
माहौल से क्रिएट करने से हुई भयावह त्रासदी संभव
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को देश के निर्माण में आरएसएस की सराहना की, इस पर कांग्रेस ने याद दिलाया कि सरदार पटेल ने कहा था कि संघ की गतिविधियों ने ऐसा माहौल बनाया, जिसकी वजह से महात्मा गांधी की हत्या हुई. रमेश ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज सुबह आरएसएस के बारे में बहुत कहा. क्या उन्हें पता भी है कि सरदार पटेल ने 18 जुलाई, 1948 को डॉ. श्यााम प्रसाद मुखर्जी को क्या लिखा था? उन्होंने पत्र का अंश साझा करते हुए बताया कि पटेल ने कहा था कि जहां तक आरएसएस और हिंदू महासभा का सवाल है, गांधी जी की हत्या से संबंधित मामला कोर्ट में विचाराधीन है और मैं दोनों संगठनों की भागीदारी के बारे में कुछ नहीं कहना चाहूंगा, लेकिन हमारी रिपोर्ट इस बात की पुष्टि करती है कि देश में एक ऐसा माहौल क्रिएट किए गया कि इतनी भयावह त्रासदी संभव हो सकी.
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