India-Afghanistan relations: भारत और अफगानिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापार को और मजबूत करने के लिए एक-दूसरे की राजधानियों में वाणिज्यिक अताशे ((वाणिज्यिक सलाहकार) नियुक्त करने का निर्णय लिया है.
India-Afghanistan relations: भारत और अफगानिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापार को और मजबूत करने के लिए एक-दूसरे की राजधानियों में वाणिज्यिक अताशे ((वाणिज्यिक सलाहकार) नियुक्त करने का निर्णय लिया है. वर्तमान में दोनों देशों के बीच व्यापार 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है, जिसे और बढ़ावा देने पर जोर दिया गया. यह निर्णय गुरुवार को नई दिल्ली में अफगानिस्तान के उद्योग व वाणिज्य मंत्री हाजी नूरुद्दीन अजीजी और भारत के वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक में लिया गया. दोनों पक्षों ने व्यापारिक सहयोग बढ़ाने, निवेश के अवसरों को प्रोत्साहित करने और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने पर सहमति जताई. संयुक्त सचिव एम आनंद प्रकाश ने शुक्रवार को कहा कि विदेश मंत्री और वाणिज्य राज्य मंत्री के साथ कल की बैठक में दोनों पक्ष द्विपक्षीय व्यापार सहयोग की निगरानी और समर्थन के लिए एक-दूसरे के दूतावास में व्यापार अताशे नियुक्त करने पर सहमत हुए. अफगान मंत्री जल्द ही यहां दूतावास में एक व्यापार अताशे भेजेंगे.
जल्द शुरू होंगी मालवाहक उड़ानें
संयुक्त सचिव प्रकाश ने यह भी कहा कि काबुल-दिल्ली सेक्टर और काबुल- अमृतसर मार्गों पर एयर फ्रेट कॉरिडोर सक्रिय कर दिया गया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि इन सेक्टरों पर मालवाहक उड़ानें बहुत जल्द शुरू होंगी. इससे हमारे द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और यह और मजबूत होगा. यह घोषणा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अफगान उप प्रधान मंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर द्वारा व्यापारियों को बार-बार सीमा बंद करने और व्यापार मार्गों के राजनीतिक दुरुपयोग के कारण तीन महीने के भीतर पाकिस्तान के साथ व्यापार समाप्त करने का निर्देश देने के कुछ दिनों बाद आई है. भारत और अफगानिस्तान ने व्यापार, वाणिज्य और निवेश पर संयुक्त कार्य समूहों को फिर से सक्रिय करने का भी निर्णय लिया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस कदम का उद्देश्य चाबहार बंदरगाह मार्ग को पूरी तरह से चालू करके सीमा शुल्क और बैंकिंग प्रक्रियाओं को सरल बनाकर द्विपक्षीय व्यापार को 2021 से पहले के 1.8 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर से आगे बढ़ाना है.
आयात-निर्यात की प्रक्रिया होगी आसान
वार्ता के दौरान अजीजी ने व्यावसायिक वीज़ा तेजी से जारी करने, चाबहार बंदरगाह से नियमित शिपिंग लाइनें शुरू करने, निमरूज़ प्रांत में शुष्क बंदरगाहों के विकास और न्हावा शेवा बंदरगाह पर अफ़ग़ान वस्तुओं के आयात-निर्यात की प्रक्रिया को आसान बनाने की मांग की. दोनों पक्ष फार्मास्यूटिकल्स, कोल्ड स्टोरेज श्रृंखलाओं, फल प्रसंस्करण इकाइयों, औद्योगिक पार्कों, एसएमई केंद्रों और निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्रों में संयुक्त निवेश को प्रोत्साहित करने पर भी सहमत हुए. अज़ीज़ी ने दोनों देशों में नियमित रूप से प्रदर्शनियों, बी-2-बी बैठकों और क्षेत्र-विशिष्ट सम्मेलनों के आयोजन का आह्वान किया. भारतीय पक्ष ने आर्थिक सहयोग को नई गति देने के लिए एयर कार्गो लिंक और बैंकिंग चैनलों को मजबूत करने सहित शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है. अजीजी एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ इस सप्ताह की शुरुआत में देश की पांच दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे.
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