Donald Trump On Tariff: डोनाल्ड ट्रंप का यह आक्रामक व्यापारिक रुख उन्हें घरेलू उद्योगों के लिए ‘प्रोटेक्टर’ की छवि दे सकता है, लेकिन इससे अंतरराष्ट्रीय रिश्तों में तनाव बढ़ना तय है.
Donald Trump On Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ताजा फैसले से वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मच गई है. ट्रंप ने जापान और दक्षिण कोरिया पर 25% नया टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जिसके चलते डाउ जोन्स, नैस्डेक और एसएंडपी 500 समेत अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई. साथ ही ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को भी चेतावनी दी है, जिससे तनाव और गहरा गया है. अमेरिकी बाजारों की गिरावट और वैश्विक प्रतिक्रिया आने वाले दिनों में ट्रंप के इस फैसले की दिशा तय करेगी.
1 अगस्त से लागू होंगे नए टैरिफ
सोमवार को ट्रंप ने साफ किया कि जापान और दक्षिण कोरिया से आने वाले सभी वाहनों और मशीनरी पर 25% का नया शुल्क एक अगस्त से प्रभावी होगा. “अगर कोई देश जवाबी टैरिफ लगाएगा, तो अमेरिका उसी अनुपात में दोहरा जवाब देगा.” ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत के साथ एक “मिनी ट्रेड डील” की संभावना है, जिसे जल्द सार्वजनिक किया जाएगा.
शेयर बाजार में गिरावट, निवेशकों में बेचैनी
ट्रंप के ऐलान के तुरंत बाद अमेरिका के तीनों प्रमुख इंडेक्स लुढ़क गए:
• डाउ जोन्स: 1.2% यानी 525 अंक की गिरावट
• नैस्डेक कंपोजिट: 1% की गिरावट
• S&P 500: 0.9% नीचे
इस फैसले का असर टेक और ऑटो कंपनियों पर साफ दिखा.
• टोयोटा और होंडा के शेयर 4% तक टूटे
• गूगल (Alphabet Inc.) और Apple के शेयरों में भी 1% की गिरावट
• Nvidia और AMD भी घाटे में रहे
ब्रिक्स देशों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ की धमकी
ट्रंप ने अमेरिका विरोधी आर्थिक नीतियों का समर्थन करने वाले ब्रिक्स समूह को भी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, “अगर ये देश अमेरिका के खिलाफ आर्थिक फ्रंट बनाते हैं, तो 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा.”

ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, चीन, भारत और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. हाल में इस समूह में इंडोनेशिया, ईरान, मिस्र, इथियोपिया और यूएई को भी जोड़ा गया है. इस बीच, ब्राजील में एक सम्मेलन में अमेरिकी टैरिफ नीति की आलोचना हुई थी, जिसके जवाब में ट्रंप का ये बयान आया.
क्या अमेरिका फिर ट्रेड वॉर की तरफ बढ़ रहा है?
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह कदम अमेरिका को एक और वैश्विक ट्रेड वॉर की ओर ले जा सकता है. इससे न केवल आयात महंगा होगा, बल्कि वैश्विक निवेशक भी असमंजस में रहेंगे. टेक और ऑटो कंपनियों पर पहले से ही मंदी का दबाव है और यह नया टैरिफ उनके लिए और नुकसानदेह हो सकता है.
यह भी पढ़ें: ‘पटरी से उतर चुके हैं एलन मस्क’- अमेरिका पार्टी के ऐलान पर ट्रंप का तंज, बढ़ी सियासी टेंशन
