आरपीएफ ने रक्सौल रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करी के प्रयास को विफल करते हुए चार नाबालिग लड़कियों को बचाया. नाबालिग किशोरियों को बाल संरक्षण अधिकारियों को सौंप दिया गया.
New Delhi: रेलवे सुरक्षा बल ने रक्सौल में मानव तस्करी की कोशिश नाकाम कर दी. RPF ने चार लड़कियों को बचाते हुए एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया. रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने बाल सुरक्षा और मानव तस्कर निरोधी प्रयासों के प्रति अडिग प्रतिबद्धता दर्शाते हुए त्वरित और समन्वित अभियान में रक्सौल रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करी के प्रयास को विफल करते हुए चार नाबालिग लड़कियों को बचाया. रक्सौल स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल ने सूचना पर रक्सौल राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) सशस्त्र सीमा बल, मानव तस्करी निरोधी इकाई, रेलवे चाइल्ड लाइन रक्सौल तथा गैर-सरकारी संगठन प्रयास के साथ मिलकर रक्सौल-आनंद विहार सत्याग्रह एक्सप्रेस में छापा मारा और ट्रेन से चार नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाया.
नौकरी के झूठे वादे देकर नेपाल से लाई जा रही थीं लड़कियां
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि इन नाबालिग लड़कियों को नौकरी के झूठे वादे और गोरखपुर में एक लापता रिश्तेदार को खोजने की मदद का झांसा देकर नेपाल से तस्करी कर लाया जा रहा था. इन बच्चियों के परिवारों को उनकी यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. तस्करों द्वारा खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों से कमजोर और गरीब लोगों को बरगलाने और उनके शोषण की यह एक आम तरकीब है. पुलिस ने नाबालिग किशोरियों को बाल संरक्षण अधिकारियों को सौंप दिया.
मानव तस्करी समाज के लिए गंभीर समस्याः महानिदेशक आरपीएफ
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), किशोर न्याय (बाल देखभाल और संरक्षण) अधिनियम और बाल एवं किशोर श्रम (निषेध और विनियमन) अधिनियम, 1986 के प्रावधानों के तहत इस सिलसिले में जीआरपी रक्सौल में एक प्राथमिकी दर्ज की गई. रेलवे सुरक्षा बल महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि यह मामला गंभीर है. मानव तस्करी हमारे समाज के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है. लेकिन इसके विरूद्ध अडिग लड़ाई जारी है. उन्होंने भारतीय रेलवे के प्रत्येक यात्री से सतर्कता बरतने का आग्रह किया और कहा कि उनकी सतर्कता किसी का जीवन बचा सकती है. लोगों को कुछ भी असामान्य या संदिग्ध लगने या दिखने पर तुरंत इसकी सूचना रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर दें.
पूरे भारतीय रेल में मानव तस्करी निरोधी दस्ता तैनात
उन्होंने कहा कि मानव तस्करों से किशोरियों को बचाने का यह सफल अभियान एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग अभियान आहट का हिस्सा है, जो रेलवे नेटवर्क में मानव तस्करी का सामना करने का आरपीएफ का प्रमुख अभियान है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रव्यापी अभियान के तौर पर आरंभ किए गए ऑपरेशन आहट से केवल 2024-25 में ही 874 बच्चों (50 लड़कियों और 824 किशोरों) सहित 929 पीड़ितों को बचाया गया और 274 तस्करों को गिरफ्तार किया गया. प्रयासों को और तेज करने के लिए भारतीय रेलवे ने अपने समूचे परिचालन तंत्र में मानव तस्करी निरोधी समर्पित इकाइयां स्थापित की हैं. रेलवे सुरक्षा बल निरंतर सतर्कता, नीतिपूर्ण साझेदारी और सामुदायिक जागरूकता द्वारा रेलवे परिसरों को मानव तस्करी से मुक्त और सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. कहा कि असुरक्षित और कमजोर बच्चों की रक्षा करने और प्रत्येक बच्चे की गरिमा व सुरक्षा बनाए रखने में रेल सुरक्षा बल अहम भूमिका निभा रहा है.
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