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IIM संबलपुर ने शुरू किया डेटा साइंस और एआई, प्रबंधन और सार्वजनिक नीति में स्नातक पाठ्यक्रम

by Sanjay Kumar Srivastava
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Two Undergraduate Courses in AI and Data Science Launched by IIM Sambalpur

छात्रों को एक वर्ष के बाद सर्टिफिकेट, दो वर्ष के बाद डिप्लोमा, तीन वर्ष के बाद डिग्री और चार वर्ष पूरा करने के बाद ऑनर्स डिग्री दी जाएगी.

New Delhi: IIM संबलपुर ने डेटा साइंस और एआई तथा मैनेजमेंट और पब्लिक पॉलिसी में दो चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम शुरू किए हैं, जो इन पाठ्यक्रमों की शिक्षा देने वाला पहला संस्थान बन गया है. निदेशक महादेव जायसवाल ने पीटीआई-भाषा से कहा कि इन स्नातक कार्यक्रमों में एक लचीला रूप होगा, जो छात्रों को एक वर्ष के बाद सर्टिफिकेट, दो वर्ष के बाद डिप्लोमा, तीन वर्ष के बाद डिग्री और चार वर्ष पूरा करने के बाद ऑनर्स डिग्री दी जाएगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में हम भविष्योन्मुखी, अंतःविषय शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो शिक्षा को सामाजिक प्रासंगिकता के साथ जोड़ती है.

प्रबंधन और सार्वजनिक नीति में पढ़ाए जाएंगे प्रबंधकीय कौशल

कहा कि हमारा उद्देश्य ऐसे स्नातकों को तैयार करना है जो न केवल करियर के लिए तैयार हों, बल्कि स्पष्टता, करुणा और साहस के साथ जटिल सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को नेविगेट करने और प्रभावित करने में सक्षम परिवर्तन-निर्माता भी हो. निदेशक ने बताया कि दो पाठ्यक्रम हैं – 1. प्रबंधन और सार्वजनिक नीति में विज्ञान स्नातक व 2. डेटा विज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता में विज्ञान स्नातक. भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), संबलपुर, 2025 के शैक्षणिक सत्र से ये पाठ्यक्रम प्रदान करेगा. प्रबंधन और सार्वजनिक नीति कार्यक्रम में विज्ञान स्नातक स्थिरता, ESG (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) और समुदाय के नेतृत्व वाले विकास के संदर्भ में राष्ट्रीय प्रबंधकीय आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

डेटा विज्ञान से बढ़ेगी भारत की डिजिटल क्षमता

इस कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर पर नीति और व्यवहार के बीच की खाई को पाटने के लिए परिवर्तन-निर्माताओं की एक नई पीढ़ी को तैयार करना है. डेटा विज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता में विज्ञान स्नातक भारत की डिजिटल क्षमता और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को विकसित करने की दिशा में केंद्रित है. उद्योग जगत के अग्रणी लोगों के साथ मिलकर तैयार किया गया यह कार्यक्रम युवा छात्रों में भविष्य के लिए तैयार कौशल का निर्माण करता है और नैतिक एआई के उपयोग को प्रोत्साहित करता है.बैचलर ऑफ साइंस चार साल का पूरी तरह से आवासीय कार्यक्रम होगा.

जेईई-मेन्स के माध्यम से होगा एआई पाठ्यक्रम में प्रवेश

जायसवाल ने कहा कि एआई और डेटा विज्ञान पाठ्यक्रम में प्रवेश जेईई-मेन्स के माध्यम से होगा. जबकि संस्थान प्रबंधन और सार्वजनिक नीति कार्यक्रम में प्रवेश के लिए सीयूईटी-यूजी स्कोर का उपयोग करेगा. सीयूईटी के शुभारंभ के साथ, हमने भारत में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने की दिशा में एक बड़ी छलांग लगाई है. आईआईएम, संबलपुर जैसे शीर्ष संस्थान ने डेटा साइंस, एआई और पब्लिक पॉलिसी में विशेष स्नातक कार्यक्रम शुरू किया है. यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि देश के सभी हिस्सों की प्रतिभाओं को नवाचार अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनने का समान अवसर मिले.

ये भी पढ़ेंः तुर्की का बहिष्कारः पाक का समर्थन करने पर कानपुर ने इस्तांबुल यूनिवर्सिटी के साथ खत्म किया शैक्षणिक समझौता

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