5 Best Dialogues of Sridevi : श्रीदेवी की मंगलवार (13 अगस्त) को बर्थ एनिवर्सरी है. इस मौके पर उनके वो बेहतरीन Dialogues के बारे में जानते हैं जिन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक अलग छाप छोड़ी है.
13 August, 2024
5 Best Dialogues of Sridevi : ‘मैं ख्वाबों की शहजादी मैं हूं हर दिल छाई’ फिल्म मिस्टर इंडिया (Mr. India) का ये गाना ‘हवा-हवाई’ के फैन्स ने जरूर सुना होगा. आज भी यह गाना सुनकर हर कोई श्रीदेवी के लुक्स और उनके अंदाज को इमेजिन करने लगता है. श्रीदेवी का जन्म 13 अगस्त साल 1963 में तमिलनाडु के शिवाकाशी में हुआ था. उनका असली नाम श्रीअम्मा यंगरे अय्यपन (Shree Amma Yanger Ayyapan) है. आज भले ही वो हमारे बीच नहीं रहीं लेकिन उनके कई दमदार डायलॉग ऐसे हैं, जो उनके फैन्स आज भी कॉपी करते हैं. आज (13 अगस्त) दिवगंत एक्ट्रेस श्रीदेवी का बर्थ डे है और इस मौके पर हम आपके लिए ‘चांदनी’ के कुछ दमदार डायलॉग लेकर आए हैं.
Lamhe (लम्हे)
1991 में बनी फिल्म लम्हे में श्रीदेवी ने अनिल कपूर के साथ स्क्रीन शेयर की जबकि वहीदा रहमान, अनुपम खेर और मनोहर सिंह सहायक भूमिका में रहे. दोनों की केमिस्ट्री फैन्स को हमेशा पसंद आई. इस फिल्म में एक्ट्रेस के एक डायलॉग ने फैन्स के दिलों पर एक अलग ही छाप छोड़ी. वो डायलॉग था ‘सभी बड़े होते हैं, लेकिन अपने बड़ों से कोई बड़ा नहीं होता’.

Army (आर्मी)
1996 में बनी फिल्म आर्मी में श्रीदेवी ने कई दिग्गजों के साथ काम किया. इस लिस्ट में मोहनीश बहल, सुदेश बेरी, रोनित रॉय, हरीश, रवि किशन, किरण कुमार, शाहरुख खान और डैनी डेन्जोंगपा जैसे अभिनेताओं का नाम शामिल है. ‘शोले’ से प्रेरित इस फिल्म ने श्रीदेवी का ऐसा जादू चलाया कि फैन्स के बीच इस फिल्म के डायलॉग ने एक अलग ही कमाल कर दिखाया. वो डायलॉग था ‘लोहे के दरवाजे ताकत से टूटे या न टूटे, लेकिन अकल से खोले जरूर जा सकते हैं’.

Chandni (चांदनी)
1989 में बनी फिल्म ‘चांदनी’ श्रीदेवी की चुनिंदा रोमांटिक म्यूजिकल ड्रामा फिल्मों में से एक है. कॉमर्शियल हिट फिल्म चांदनी में उन्होंने बतौर एक्ट्रेस डांस और एक्टिंग दोनों में विनोद खन्ना और ऋषि कपूर पर भारी पड़ीं. ‘चांदनी’ फिल्म आज भी श्रीदेवी के अभिनय और डांस के लिए जानी जाती है. लव ट्रायंगल पर बनी फिल्म का टाइटल सॉन्ग गाना ‘चांदनी ओ मेरी चांदनी’ (Chandni O Meri Chandni) को श्रीदेवी के फैन्स ने काफी पसंद भी किया. अगर बात इस फिल्म के डायलॉग की करें तो ‘प्यार हवा का एक झोका है, जो सब कुछ उड़ा कर ले जाता है’ आज भी उनके होने का अहसास दिलाता है.

English Vinglish (इंग्लिश विंग्लिश)
साल 2012 में बनी फिल्म इंग्लिश विंग्लिश श्रीदेवी एक फैमिली कॉमेडी ड्रामा फिल्म है. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने एक कैमियो भी किया है. साथ ही ‘इंग्लिश-विंग्लिश’ में श्रीदेवी ने एक वर्किंग वुमन का किरदार बखूबी निभाया है. इस फिल्म के डायलॉग ‘मर्द खाना बनाए तो कला और औरत बनाए तो उसका फर्ज’ ने वुमन क्वालिटी को काफी बढ़ावा भी दिया.

Mom (मॉम)
साल 2017 में बनी इस क्राइम थ्रिलर फिल्म में श्रीदेवी एक मां के रोल में थीं. ‘मॉम’ फिल्म में एक्ट्रेस अपनी सौतेली बेटी के साथ यौन उत्पीड़न के बाद उसका बदला लेने के लिए निकलती हैं. इस फिल्म में श्रीदेवी ने नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी और अक्षय खन्ना के साथ स्क्रीन शेयर की और ‘गलत और बहुत गलत में से चुनना हो, तो आप क्या चुनेंगे’ एक्ट्रेस के इस डायलॉग ने लोगों के दिलों में एक सौतेली मां के लिए भी पॉजिटिव इमेज बनाई.

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