जितेन्द्र ने ‘गीत गाया पत्थरों ने’,’गुनाहों का देवता’, ‘फर्ज’,’हमजोली’ से लेकर ‘कारवां’,’धरम वीर’, ‘परिचय’ और ‘नागिन’ जैसी हिट फिल्में दीं.
Mumbai: मशहूर एक्टर जितेंद्र की फिल्मों में वापसी को लेकर चल रही अटकलों पर बेटे तुषार कपूर ने विराम लगा दिया है. जितेंद्र इस वक्त 83 साल के हैं. अभिनेता तुषार कपूर ने कहा कि उनके पिता को रूढ़िवादी भूमिकाएं ऑफर की जा रहीं थीं, जिसे पिता जितेंद्र ने ठुकरा दिया था. तुषार कपूर ने कहा कि अब उनके पिता की फिल्मों में वापसी की कोई योजना नहीं है. 1960 और 70 के दशक के शीर्ष सितारों में से एक अभिनेता जितेन्द्र की स्क्रीन पर वापस आने की कोई योजना नहीं है. जितेन्द्र ने ‘गीत गाया पत्थरों ने’, ‘गुनाहों का देवता’, ‘फर्ज’, ‘हमजोली’ से लेकर ‘कारवां’, ‘धरम वीर’, ‘परिचय’ और ‘नागिन’ जैसी हिट फिल्में दीं.
जितेंद्र की चरित्र भूमिकाएं करने में रुचि नहीं
वह ‘हिम्मतवाला’, ‘तोहफा’ और ‘मवाली’ जैसी फिल्मों के साथ 80 के दशक तक शीर्ष फॉर्म में रहे, लेकिन 1990 के दशक के मध्य में उन्होंने अभिनय करना बंद कर दिया और तब से 2000 के बाद की फिल्मों में केवल कैमियो या छोटी भूमिकाएं ही कीं. अभिनेता कपूर ने कहा कि उनके पिता की अब फिल्म सेट पर जाने की कोई इच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने करीब 200 फिल्में की हैं. अभिनेता ने पीटीआई से कहा कि मुझे नहीं लगता कि उन्हें कभी चरित्र भूमिकाएं करने में रुचि थी.
‘रूढ़िवादी’ भूमिकाएं करने से किया इनकार
कपूर ने कहा कि जब उनके पिता ने अभिनय से संन्यास लिया, तो उन्हें और कई अन्य वरिष्ठ अभिनेताओं को केवल “रूढ़िवादी” भूमिकाएं ही दी जा रही थीं. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अभिनेताओं को जो भूमिकाएं दी जा रही थीं, वे बहुत रूढ़िवादी थीं. आज बहुत सारे अलग-अलग किरदार हैं, लेकिन तब ऐसा नहीं था. उन्होंने इससे बाहर निकलने का फैसला किया. अब वह ज़्यादातर एक व्यवसायी हैं. बेटे कपूर को उम्मीद है कि उनके पिता की विरासत को एक डॉक्यूड्रामा सीरिज के ज़रिए आगे बढ़ाया जाएगा. कहा कि सिर्फ जीतेंद्र ही नहीं, धर्मेंद्र के करियर का सम्मान करने वाला एक प्रोजेक्ट भी बनाया जाना चाहिए. मुझे लगता है कि पिताजी इसके हकदार हैं. धरम जी और उनके जैसे अभिनेता.
हाल ही में रिलीज हुई थी तुषार कपूर की फिल्म
उन्होंने महान संगीतकार एल्विस प्रेस्ली के बारे में 2022 की जीवनी पर आधारित फिल्म “एल्विस” का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां हमारे दिग्गज भी उस तरह की श्रद्धांजलि के हकदार हैं. तुषार कपूर ने कहा कि हमने उनके अनुभवों से सीखा है. इसलिए मुझे लगता है कि 60 के दशक के इन आइकन में से किसी एक पर एक डॉक्यूड्रामा बनाना बहुत ‘मसालेदार’ होगा. अभिनेता तुषार कपूर वर्तमान में फिल्म ‘कपकापी’ में अभिनय कर रहे हैं, जो 23 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी.
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