Canada: यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा के कनानसकीस में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं.
Canada: कनाडा के कनानसकीस में जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले एक विवादित वीडियो ने भारत और कनाडा के सिख समुदाय में तीखी प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं. वायरल हो रहे इस वीडियो में कुछ सिख बच्चे पीएम मोदी और भारतीय तिरंगे का अपमान करते नजर आ रहे हैं. इस घटना ने भारत में सिख समुदाय को आहत किया है, और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) सहित कई संगठनों ने इसकी कड़ी निंदा की है. सिख समुदाय ने कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
सिख समुदाय के नेताओं ने गहरी नाराजगी जताई
वीडियो में बच्चों द्वारा की गई हरकतों को देखकर सिख समुदाय के नेताओं ने गहरी नाराजगी जताई है. एसजीपीसी के सदस्य सुरजीत सिंह घड़ी ने इस घटना की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, “इस तरह के वीडियो में बच्चों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो अत्यंत निंदनीय है. बच्चों का ब्रेनवॉश किया जा रहा है. जिन बच्चों को पढ़ने-लिखने और अच्छे संस्कारों के लिए स्कूल भेजा जाता है, उनसे कुछ लोग इस तरह की गलत हरकतें करवा रहे हैं. यह पूरी तरह गलत है.” उन्होंने आगे कहा, “बच्चे भगवान का रूप होते हैं. इस छोटी उम्र में वे जो सुनते हैं, वही करते हैं. मुझे इस बात पर गहरा दुख है कि कुछ लोग बच्चों का दुरुपयोग कर ऐसी हरकतें करवा रहे हैं. बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार दिए जाने चाहिए. किसी का अपमान करना हमारे धर्म और संस्कृति के खिलाफ है. मैं इस कृत्य की घोर निंदा करता हूं.”
‘सिख धर्म जोड़ने का धर्म है, तोड़ने का नहीं’
शिरोमणि अकाली दल हलका मोहाली के मुख्य सेवादार परविंदर सिंह सोहाना ने भी इस वीडियो पर कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए कहा, “हमारा सिख धर्म जोड़ने का धर्म है, तोड़ने का नहीं. हमारे गुरु साहिबान ने हमें सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाया है. बच्चों का इस्तेमाल करके इस तरह की हरकत करना कोई बहादुरी नहीं है. जिन लोगों ने यह शरारत की, हम उनकी कड़ी निंदा करते हैं. यह हरकत सिख धर्म को बदनाम करने की साजिश प्रतीत होती है.” उन्होंने खालिस्तानी समर्थकों पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियां सिख समुदाय के मूल्यों के खिलाफ हैं और इन्हें तुरंत रोका जाना चाहिए.
पीएम मोदी के पहुंचने से पहले बवाल
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा के कनानसकीस में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं. यह उनकी जी7 शिखर सम्मेलन में लगातार छठी भागीदारी है. पीएम मोदी की यह यात्रा 18 जून को क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा के साथ समाप्त होगी. इस पांच दिवसीय यात्रा का उद्देश्य वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करना और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है. हालांकि, कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा पीएम मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और इस वीडियो ने दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ा दिया है.
भारत में सिख समुदाय ने कनाडा सरकार से मांग की है कि वह इस तरह की गतिविधियों पर अंकुश लगाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. यह घटना न केवल भारत-कनाडा संबंधों के लिए संवेदनशील है, बल्कि सिख समुदाय की भावनाओं को भी आहत करने वाली है. समुदाय के नेताओं ने एकजुट होकर इस तरह की हरकतों को रोकने और बच्चों को ऐसी गतिविधियों से दूर रखने की अपील की है.
ये भी पढ़ें..साइप्रस में पीएम मोदी को मिला सर्वोच्च नागरिक सम्मान, बोले ‘ये 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान’