Trinidad And Tobago: त्रिनिदाद और टोबैगो की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से तेल और प्राकृतिक गैस पर निर्भर है. यह देश कैरेबियन का सबसे बड़ा तेल और गैस उत्पादक है.
Trinidad And Tobago: त्रिनिदाद और टोबैगो, कैरेबियन क्षेत्र का एक छोटा सा द्वीपीय देश, जिसकी आबादी मात्र 15 लाख है, विश्व बैंक द्वारा उच्च आय वाला देश माना जाता है. यह देश अपनी प्रति व्यक्ति आय के मामले में लैटिन अमेरिका और कैरेबियन क्षेत्र में सबसे अमीर देशों में शुमार है. हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस देश के दौरे ने इसे और सुर्खियों में ला दिया. आखिर इतनी कम आबादी वाला यह देश इतना समृद्ध कैसे है? इसके पीछे कई आर्थिक और ऐतिहासिक कारण हैं.
त्रिनिदाद और टोबैगो की अर्थव्यवस्था तेल और प्राकृतिक गैस पर निर्भर
त्रिनिदाद और टोबैगो की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से तेल और प्राकृतिक गैस पर निर्भर है. यह देश कैरेबियन का सबसे बड़ा तेल और गैस उत्पादक है, जिसके पास 728 मिलियन बैरल तेल और 25.24 ट्रिलियन क्यूबिक फीट गैस के भंडार हैं. ऊर्जा क्षेत्र इसकी जीडीपी का लगभग 40% और निर्यात आय का 80% हिस्सा बनाता है. फीनिक्स पार्क गैस प्रोसेसर्स लिमिटेड (PPGPL) जैसे विश्वस्तरीय गैस प्रसंस्करण संयंत्र इसे पश्चिमी गोलार्ध में अग्रणी बनाते हैं. 1990 के दशक से तेल के बजाय प्राकृतिक गैस उत्पादन पर जोर ने इसकी अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया.
पेट्रोकेमिकल्स, स्टील, और विनिर्माण जैसे उद्योग भी विकसित
इसके अलावा, देश में पेट्रोकेमिकल्स, स्टील, और विनिर्माण जैसे उद्योग भी विकसित हैं. यह देश तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) का बड़ा निर्यातक है, और BP, शेल जैसे वैश्विक दिग्गजों ने यहां भारी निवेश किया है. त्रिनिदाद की स्थिर लोकतांत्रिक सरकार, अंग्रेजी बोलने वाली शिक्षित कार्यबल, और अच्छी तरह से विनियमित वित्तीय प्रणाली इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती है. यह कैरेबियन का एक प्रमुख वित्तीय केंद्र भी है, जो विदेशी निवेश को और बढ़ावा देता है.
हालांकि, देश की समृद्धि का एक पक्ष यह भी है कि यह तेल और गैस की कीमतों पर अत्यधिक निर्भर है. 1980 और 1990 के दशक में तेल की कीमतों में गिरावट ने बेरोजगारी और विदेशी कर्ज को बढ़ाया था. इसके बावजूद, देश ने एक बड़ा संप्रभु धन कोष बनाया है, जो इसकी अर्थव्यवस्था को स्थिरता प्रदान करता है. यह कोष राष्ट्रीय बजट का डेढ़ गुना है, जो आर्थिक संकटों में बफर का काम करता है.
पर्यटन भी त्रिनिदाद और टोबैगो की अर्थव्यवस्था का हिस्सा है, हालांकि यह अन्य कैरेबियन देशों की तुलना में कम विकसित है. टोबैगो में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रयासरत है. इसके अलावा, देश ने हाल के वर्षों में संगीत, फिल्म, और फैशन जैसे रचनात्मक उद्योगों में विविधीकरण की दिशा में कदम उठाए हैं, ताकि तेल और गैस पर निर्भरता कम हो.
पीएम मोदी को सर्वोच्चा नागरिक सम्मान से नवाजा
पीएम मोदी का हालिया दौरा, जहां उन्हें सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया, भारत और त्रिनिदाद के बीच गहरे सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को रेखांकित करता है. भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार 340 मिलियन डॉलर का है, और भविष्य में सहयोग की संभावनाएं प्रबल हैं. देश की समृद्धि का एक कारण इसकी विविध आबादी भी है, जिसमें 35% से अधिक भारतीय मूल के लोग हैं, जो आर्थिक और सांस्कृतिक सेतु का काम करते हैं. .
हालांकि, देश में गरीबी और असमानता जैसी चुनौतियां भी हैं. 20% से अधिक आबादी गरीबी रेखा से नीचे रहती है, और लैंगिक वेतन असमानता एक समस्या है. फिर भी, उच्च साक्षरता दर (95%) और मुफ्त प्राथमिक शिक्षा इसे मानव विकास में मजबूत बनाती है. त्रिनिदाद और टोबैगो की समृद्धि इसके प्राकृतिक संसाधनों, रणनीतिक नीतियों, और वैश्विक निवेश का परिणाम है, जो इसे छोटी आबादी के बावजूद आर्थिक रूप से शक्तिशाली बनाता है.
ये भी पढ़ें..लागू होगा ट्रंप का ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’, अमेरिकी संसद ने किया मंजूर, मस्क से बिगड़ेंगे संबंध?