Israel-Iran Ceasefire : ईरान और इजरायल के बीच में संघर्षविराम होने के बाद अपनी सैन्य ताकत को दिखाने में जुटे हैं. दोनों पक्षों की तरफ से अलग-अलग दावे पेश किए जा रहे हैं.
Israel-Iran Ceasefire : इजरायल और ईरान में संघर्ष विराम होने के बाद मिडिल ईस्ट देशों ने राहत की सांस ली है और ज्यादातर देश इस संघर्ष के पक्ष में थे. हालांकि, 12 दिनों तक चले इस संघर्ष में ईरान को काफी नुकसान पहुंचा लेकिन ईरान ने मिसाइलों से तेल अवीव को अपना निशाना बनाया. ईरान की तरफ से निशाना बनाकर मिसाइलों से हमले में इजरायल को पहली बार झटका लगा है और उसका आयरन डोम भी ज्यादा काम नहीं कर पाया. इसी बीच ईरान में जीत का जश्न मनाया जा रहा है और जिन सैन्य कमांडर की हमले में मौत हुई थी उनके ताबूत को देखने के लिए सड़कों पर भारी संख्या में लोग उमड़ पड़ें.
हमारी स्वतंत्रता कोई नहीं ले सकता
ईरानी विदेश मंत्री सय्यद अब्बास अराघची ने संघर्षविराम को लेकर हैक्स हैंडल पर एक पोस्ट की है और उसमें उन्होंने कहा कि ईरानियों की जटिलता और दृढ़ता हमारे शानदार कालीनों में प्रसिद्ध है, जिन्हें अनगिनत घंटों की कड़ी मेहनत और धैर्य के साथ बुना गया है. उन्होंने आगे कहा कि एक देश के रूप में हमारा सिद्धांत सरल और सीधा रहा है. हम अपनी कीमत को पहचानते हैं और अपनी स्वतंत्रता को महत्व देते है और कभी किसी दूसरे देश को अपना भाग्य तय करने की अनुमति नहीं दे सकते हैं. अराघची ने बताया कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को वास्तव में किसी समझौते पर पहुंचना है तो उन्हें ईरान के सुप्रीम लीड अयातुल्ला खामेनेई के प्रति सम्मानजनक लहजे को अपनाना चाहिए.
ईरान ने इजरायल का डिफेंस सिस्टम तोड़ा
अराघची ने बताया कि महान और शक्तिशाली ईरानी लोगों ने दुनिया को दिखा दिया कि इजरायली शासन के पास हमारी मिसाइलों से बचने के लिए ‘Dady’ के पास भागने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने कहा कि ईरानी लोग किसी धमकियों और अपमानों को बर्दाश्त नहीं करते हैं. अगर किसी दूसरे देश बड़ी गलतियों हो जाती है तो ईरानी अपनी वास्तविक सोच को उजागर करने में समय नहीं लगाते हैं, जो ईरान की शक्ति के बारे में किसी को भ्रम हो तो उसे तुरंत समाप्त कर दिया जाएगा. बता दें कि शीर्ष कमांडर और वैज्ञानिकों के अंतिम संस्कार के लिए तेहरान की सड़कों पर हजारों लोग शोक संतप्त में उमड़ पड़े. इजरायली हमले में मारे गए रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख जनरल होसैन सलामी, गार्ड के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के प्रमुख जनरल आमिर अली हाजीजादेह और अन्य लोगों के ताबूतों को तेहरान में आजादी स्ट्रीट पर ट्रकों को ले जाया गया.
यह भी पढ़ें- ईरान में कमांडरों और वैज्ञानिकों की मौत पर जताया शोक; अंतिम संस्कार में सड़कों पर उमड़े लोग