Israel-Iran Clash: इजरायल ने दावा किया कि शुक्रवार (12 जून, 2025) से अब तक ईरान के जवाबी हमलों में उसके देश में 14 लोगों की मौत हुई है और 390 लोग घायल हुए हैं.
Israel-Iran Clash: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने एक बार फिर मध्य पूर्व में युद्ध की आशंका को बढ़ा दिया है. ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार (14 जून, 2025) को बताया कि पिछले तीन दिनों में इजरायल के हमलों में 224 लोग मारे गए हैं, जबकि 1,200 से अधिक लोग घायल हुए हैं. मंत्रालय के प्रवक्ता हुसैन केरमानपोर ने बताया कि 65 घंटे की इजरायली बमबारी में 1,277 लोग घायल हुए हैं, और मारे गए 224 लोगों में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हैं. उन्होंने दावा किया कि मृतकों में 90% आम नागरिक थे.
ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड ने बताया कि इन हमलों में ईरान के खुफिया प्रमुख मोहम्मद काजमी और दो अन्य जनरल मारे गए हैं. इसके अलावा, कई हाई-लेवल सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक भी इन हमलों में अपनी जान गंवा चुके हैं. इन नुकसानों ने ईरान को गहरे सदमे में डाल दिया है, और देश ने इसका जवाब देने की कसम खाई है.
इजरायल का दावा: 14 की मौत, 390 घायल
दूसरी ओर, इजरायल ने दावा किया कि शुक्रवार (12 जून, 2025) से अब तक ईरान के जवाबी हमलों में उसके देश में 14 लोगों की मौत हुई है और 390 लोग घायल हुए हैं. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि उनका देश ईरान पर सैन्य कार्रवाई जारी रखेगा. उन्होंने ईरान के परमाणु ठिकानों को इजरायल और उसके सहयोगियों के लिए खतरा बताते हुए कहा, “हम अपने दो बड़े मकसद को पूरा करने के लिए जो भी जरूरी होगा, वो करेंगे. पहला है परमाणु हथियारों का खतरा और दूसरा है मिसाइल हमलों का खतरा.”
नेतन्याहू ने यह भी कहा, “हमने ये कदम अपनी सुरक्षा के लिए उठाए हैं, लेकिन हमारा मकसद सिर्फ खुद को नहीं, बल्कि दुनिया को इस खतरनाक सरकार से बचाना है. दुनिया की सबसे खतरनाक सरकार के पास सबसे खतरनाक हथियार नहीं होने चाहिए.”
ईरान की चेतावनी: जवाबी कार्रवाई होगी
ईरान ने इजरायल के हमलों को “आक्रामक और गैरकानूनी” करार देते हुए कड़ा जवाब देने की चेतावनी दी है. एक वरिष्ठ ईरानी सैन्य अधिकारी कर्नल रेजा सय्याद ने रविवार को कहा, “इजरायल के हमलों का बदला लिया जाएगा. ईरान के बहादुर लड़ाकों की जवाबी कार्रवाई पूरे इजरायल (अधिकृत क्षेत्र) को अपनी चपेट में लेगी.” उन्होंने इजरायल के नागरिकों को चेतावनी देते हुए कहा, “इजरायल के अधिकृत इलाकों को छोड़ दें, क्योंकि ये भविष्य में रहने लायक नहीं रहेंगे. शेल्टर भी आपको सुरक्षा नहीं दे पाएंगे.”
वैश्विक चिंता बढ़ी
इस तनाव ने वैश्विक समुदाय में चिंता बढ़ा दी है. संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्ष क्षेत्रीय स्थिरता को और खतरे में डाल सकता है. ईरान के परमाणु कार्यक्रम और इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों के बीच यह तनाव मध्य पूर्व में एक बड़े युद्ध का कारण बन सकता है.
आगे क्या?
इजरायल और ईरान के बीच यह तनाव न केवल दोनों देशों, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गंभीर परिणाम ला सकता है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब इस स्थिति पर नजर रखे हुए है, और दोनों पक्षों से बातचीत के जरिए तनाव कम करने की मांग कर रहा है. लेकिन नेतन्याहू और ईरानी अधिकारियों के बयानों से लगता है कि यह संघर्ष जल्द खत्म होने वाला नहीं है.
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