India-US Trade Deal : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत समेत पूरी दुनिया पर अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया था. अब इसको लेकर तमाम देश किसी न किसी समझौते पर पहुंच रहे हैं और भारत भी लगातार इस मामले को सुलझाने के लिए लगातार चर्चा कर रहा है.
India-US Trade Deal : भारत और अमेरिका के बीच में व्यापार को लेकर कई दौर की बात हो चुकी है और इस पर कई अहम मुद्दों पर गंभीर चर्चा जारी है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) की तरफ से भारतीय वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगा दिया था और उसके कुछ दिनों बाद ट्रंप ने यह कहते हुए टैरिफ 25 फीसदी अतिरिक्त लगा दिया था कि भारत रूस से अधिक मात्रा में तेल खरीद रहा है. इसी बीच वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने गुरुवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते पर मार्च में शुरू वार्ता अब सकारात्मक माहौल में लगातार आगे बढ़ रही है और दोनों देशों के बीच संतुष्ट प्रगति हो रही है.
किसी संतुष्टपूर्वक समझौते पर पहुंचेंगे दोनों देश
पीयूष गोयल ने कहा कि इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के व्यापार मंत्रियों को प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के पहले चरण को 2025 की शरद ऋतु (नवंबर) तक पूरा करने का निर्देश दिया था. मीडिया से बात करते हुए गोयल ने कहा कि मार्च से सकारात्मक माहौल में लगातार बातचीत चल रही है और अब यह संतुष्टपूर्वक प्रगति की तरफ से तेजी से आगे बढ़ रही है. यह टिप्पणी ट्रंप की उस घोषणा के बाद सामने आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के बीच में किसी व्यापार वार्ता को किसी सफल समझौते पर पहुंचाने में कोई कठिनाई नहीं होगी. साथ ही ट्रंप ने यह भी कहा था कि वह आने वाले समय में अपने सबसे अच्छी मित्र प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के लिए काफी इच्छुक हैं.
दोनों देशों के बीच पांच दौर की हो चुकी है चर्चा
राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को ट्रुथ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की, जिसमें उन्होंने लिखा कि यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रख रहे हैं. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता के बारे में ट्रंप के सकारात्मक आकलन पर गर्मजोशी से प्रतिक्रिया व्यक्त की और विश्वास व्यक्त किया कि दोनों देशों देशों के बीच व्यापार वार्ता चल रही असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेगी. अब तक दोनों देशों के बीच में पांच दौर की चर्चा हो चुकी है और छठे दौर के लिए अमेरिकी टीम भारत आने वाली थी लेकिन रूस से तेल खरीदने पर भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया था जिसके बाद यह यात्रा रद्द हो गई थी. बताया जा रहा है कि इस समझौते का उद्देश्य साल 2030 तक वस्तुओं और सेवाओं के द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान 191 अरब अमेरिकी डॉलर से से दोगुना होकर 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा.
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