Russia-Ukraine War : डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि हमें लगता है कि हमारे पास शांति लाने का एक तरीका है और उन्हें इसके लिए मंजूरी देनी होगी.
Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन युद्ध अपने चौथे साल में प्रवेश कर गया है और संघर्ष समाप्त होने की तारीख दूर-दूर तक नहीं दिख रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) के शांति समझौते वाले प्लान से कुछ आशा जरूर जगी है, लेकिन यूक्रेन ने इस समझौते को लेकर आपत्ति दर्ज की. यूक्रेन में रूस की लड़ाई खत्म करने का 28 प्वाइंट का प्रस्ताव पेश किया. प्रेसिडेंट ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) के पास लड़ाई जारी रखने के लिए कार्ड नहीं है और उन्हें एक ऐसे समझौते पर पहुंचना होगा जो मास्को के पक्ष में हो. ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति अगले गुरुवार तक लड़ाई खत्म करने के उनके एडमिनिस्ट्रेशन के नए प्लान पर जवाब देंगे.
क्या ट्रंप के प्रस्ताव पर लगेगी मुहर?
डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि हमें लगता है कि हमारे पास शांति लाने का एक तरीका है और उन्हें इसके लिए मंजूरी देनी होगी. उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति अपनी सरकार में करप्शन, लड़ाई के मैदान में नाकामियों और रूस के यूक्रेन के एनर्जी ग्रिड लगातार बमबारी करने की वजह से एक और मुश्किल सर्दी के आने से परेशान है. इसी बीच जेलेंस्की ने भी कहा कि यूक्रेन अब शायद अपने इतिहास के सबसे मुश्किल भरे फैसले का सामना कर रहा है. अमेरिकी की तरफ से प्लान पेश होने के बाद ट्रंप ने फिलहाल जेलेंस्की से बात नहीं की है. हालांकि, जेलेंस्की ने कहा कि आने वाले दिनों में रिपब्लिकन राष्ट्रपति से बात हो सकती है. बीते कुछ महीने पहले हुई तीखी बहस के बीच यह चर्चा भी थोड़ी गरम हो सकती है.
यूक्रेन युद्ध को बनाया था मुद्दा
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने साल 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में यूक्रेन को बाइडेन के सपोर्ट को सबसे प्रमुख मुद्दा बनाया था. उन्होंने अपने कैंपेन के दौरान लोगों से कहा था कि यूक्रेन युद्ध में यूएस टैक्सपेयर्स का बहुत ज्यादा पैसा खर्च हुआ है और उस दौरान ट्रंप ने कसम खाई थी कि वह सरकार में आने के बाद जल्द ही इस जंग को समाप्त करवा देंगे. इसी बीच इस साल की शुरुआत में ओवल ऑफिस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच एक मीटिंग हुई, जहां पर ट्रंप ने जेलेंस्की की इस बात की खूब आलोचना की कि उन्होंने लड़ाई शुरू होने के बाद से कीव को मिलिट्री मदद के लिए आभार व्यक्त नहीं किया. उस घटना के बाद यूक्रेन को अमेरिका की मदद कुछ समय के लिए रोक दी गई थी.
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