AAP’s Protest March : जम्मू-कश्मीर के डोडा में AAP विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी को लेकर संजय सिंह समेत अन्य नेताओं ने विरोध मार्च निकालने का फैसला किया. हालांकि, प्रशासन ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया.
AAP’s Protest March : आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक मेहराज मलिक (Mehraj Malik) को हिरासत में लिए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के डोडा में तनावपूर्ण स्थिति बन गई है. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मंगलवार की रात निषेधाज्ञा लागू कर दी और बुधवार को इसका दायरा बढ़ा दिया गया. साथ ही सभी निजी स्कूल, दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान को बंद कर दिया गया. वहीं, विरोध करने के लिए पहुंचे संजय सिंह समेत AAP नेताओं को प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई और उन्होंने दावा किया उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया गया है. बता दें कि संजय सिंह (Sanjay Singh) समेत AAP नेताओं के साथ बुधवार को श्रीनगर पहुंचे और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रेस एन्क्लेव पर एक सिट-इन विरोध प्रदर्शन करने के लिए निर्धारित किया गया था.
पुलिस की एक टुकड़ी की गई तैनात
AAP सदस्य शहर के सोनवर क्षेत्र में सर्किट हाउस में रह रहे थे. हालांकि, सर्किट हाउस के बाहर पुलिस की एक छोटी सी टुकड़ी तैनात कर दी गई और उसके द्वार बंद कर दिए गए. साथ ही जब संजय सिंह ने सर्किट हाउस से बाहर जाने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस ने बाहर जाने की अनुमति नहीं दी. एक वीडियो संदेश में संजय सिंह ने पुलिस कार्रवाई को तानाशाही के रूप में वर्णित किया. एक लोकतंत्र में हमारी आवाज बढ़ाना हमारा संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकार है. उन्होंने कहा कि हम मेहराज की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन तानाशाही की ऊंचाई यह है कि पुलिस की भारी तैनाती है और हमें बाहर जाने की अनुमति नहीं है.
प्रशासन नहीं बता रहा कोई भी कारण : AAP
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि पुलिस हमें रोकने का कारण बताने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थी. यह तानाशाही है, क्योंकि प्रशासन हमें रोकने का कारण तक नहीं बता रहा है. विरोध कार्यक्रम के बारे में बताते हुए AAP नेता ने पूछा कि क्या एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का विरोध करना या रखना लोकतंत्र में अपराध था? उन्होंने कहा कि क्या यह एक लोकतंत्र में एक अपराध है कि अवैध गिरफ्तारी के लिए अपनी आवाज को बुलंद किया जाए. बता दें कि सोमवार को PSA के तहत सार्वजनिक आदेश को परेशान करने के लिए हिरासत में लिया गया था. ऐसा पहली बार है कि जब जम्मू-कश्मीर में एक बैठे विधायक को कड़े कानून के तहत हिरासत में लिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि मेहराज मलिक विधानसभा चुनाव 2024 में 4500 से अधिक वोटों से डोडा सीट पर जीत दर्ज की थी.
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