Jyoti Malhotra Case: ज्योति मल्होत्रा केस एक साधारण जासूसी मामला नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन से जुड़ा गहरा षड्यंत्र बनता जा रहा है. पाकिस्तान और चीन जैसे देशों से उसका संपर्क, पहलगाम जैसे संवेदनशील इलाकों की यात्राएं और संदिग्ध विदेशी फंडिंग ने जांच एजेंसियों को सतर्क कर दिया है.
Jyoti Malhotra Case: हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को लेकर देशभर में हड़कंप मच गया है. ज्योति पर पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने का गंभीर आरोप है. हाल ही में उसकी गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं- जिनमें पाकिस्तान यात्रा, पहलगाम दौरा, चीन कनेक्शन और संदिग्ध फंडिंग जैसे पहलू शामिल हैं. अब देश की सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे मामले को विस्तार से खंगाल रही हैं, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंध लगाने वालों की पूरी साजिश सामने लाई जा सके.
पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान दौरा
ज्योति मल्होत्रा केस में हर दिन कुछ न कुछ खुलासा हो रहा है, अब जांच में सामने आया है कि ज्योति मल्होत्रा अप्रैल 2025 में हुए पहलगाम आतंकी हमले से तीन महीने पहले पाकिस्तान गई थी. यही नहीं, वह हमले से पहले पहलगाम में भी देखी गई थी. माना जा रहा है कि वह आईएसआई एजेंट दानिश के संपर्क में थी, जिसने उसे हनी ट्रैप में फंसाया. दानिश पाकिस्तानी उच्चायोग में काम करता था और अब भारत सरकार ने उसे निष्कासित कर दिया है.
पूर्व डीजीपी शेष पॉल वैद्य ने एक्स पर लिखा कि यह कोई साधारण संयोग नहीं हो सकता. उन्होंने सवाल उठाया कि एक ट्रैवल ब्लॉगर पहलगाम जैसे संवेदनशील इलाके में हमला होने से पहले क्यों जाती है, और क्या वह वाकई सिर्फ एक पर्यटक थी?
Is it a coincidence that u tuber Jyoti Malhotra who was honey trapped by Danish ,a Pakistani High Commission employee ( most probably ISI person) visited Pahalgam in January 2025? She was reportedly passing on sensitive information to ISI handlers. Our intelligence services… pic.twitter.com/kh8qe7yf2N
— Shesh Paul Vaid (@spvaid) May 18, 2025
चीन यात्रा और आय के स्रोत बने शक की वजह
पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां ज्योति की ट्रैवल हिस्ट्री और बैंक खातों की जांच में जुटी हैं. शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि उसने चीन की भी यात्रा की थी. वहीं, उसकी आय और खर्च में भारी अंतर पाया गया है. एसपी सावन ने बताया कि ज्योति की घोषित आय उसकी विदेश यात्राओं और जीवनशैली से मेल नहीं खा रही है. ऐसे में शक गहराया है कि उसे बाहरी फंडिंग मिल रही थी. जांच में यह भी सामने आया है कि उसका पाक उच्चायोग में कार्यरत एक व्यक्ति से सीधा संपर्क था.

पुरी यात्रा और सोशल मीडिया पर मिली गतिविधियों से सुराग
ओडिशा पुलिस ने भी इस गंभीर मामले में अहम जानकारी दी है. पुलिस के अनुसार, ज्योति ने सितंबर 2024 में पुरी का दौरा किया था, जहां उसकी मुलाकात एक महिला यूट्यूबर से हुई थी. उसका यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जेओ’ और इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स हैं. हालांकि, अब शक है कि यह यूट्यूब चैनल महज एक कवर था. उसके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर की गई पोस्ट और स्थानों की समय-सीमा से यह जांच की जा रही है कि क्या वह जानबूझकर संवेदनशील जगहों की रेकी कर रही थी.
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