‘मन की बात’ के 124वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की पृथ्वी पर सफल वापसी का जिक्र किया. स्वच्छ भारत मिशन की भी पीएम मोदी ने तारीफ की.
PM Modi in Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ के 124वें एपिसोड में अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, स्वच्छ भारत मिशन समेत कई मुद्दों का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा, “शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से वापसी को लेकर देश में बहुत चर्चा हुई. जैसे ही शुभांशु धरती पर सुरक्षित उतरे, लोग उछल पड़े, हर दिल में खुशी की लहर दौड़ गई. पूरा देश गर्व से भर गया. अगस्त का महीना क्रांति का महीना. एक अगस्त को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि होती है. इसी महीने, 8 अगस्त को गांधी जी के नेतृत्व में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की शुरुआत हुई थी. फिर आता है 15 अगस्त, हमारा स्वतंत्रता दिवस, हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं, उनसे प्रेरणा पाते हैं, लेकिन साथियो, हमारी आजादी के साथ देश के बंटवारे की टीस भी जुड़ी हुई है, इसलिए हम 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाते हैं.”
UNESCO का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, “UNESCO ने 12 मराठा किलों को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में मान्यता दी है. 11 किले महाराष्ट्र में, 1 किला तमिलनाडु में. हर किले से इतिहास का एक-एक पन्ना जुड़ा है. हर पत्थर, एक ऐतिहासिक घटना का गवाह है. देश के और हिस्सों में भी ऐसे ही अद्भुत किले हैं, जिन्होंने आक्रमण झेले, खराब मौसम की मार झेली, लेकिन आत्मसम्मान को कभी भी झुकने नहीं दिया. राजस्थान का चित्तौड़गढ़ का किला, कुंभलगढ़ किला, रणथंभौर किला, आमेर किला, जैसलमेर का किला तो विश्व प्रसिद्ध है. कर्नाटका में गुलबर्गा का किला भी बहुत बड़ा है. चित्रदुर्ग के किले की विशालता भी आपको कौतूहल से भर देगी कि उस जमाने में ये किला बना कैसे होगा. 21वीं सदी के भारत में आज विज्ञान एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है. कुछ दिन पहले हमारे छात्रों ने अंतर्राष्ट्रीय रसायन विज्ञान ओलंपियाड में पदक जीते हैं. देवेश पंकज, संदीप कुची, देबदत्त प्रियदर्शी और उज्ज्वल केसरी, इन चारों ने भारत का नाम रोशन किया. गणित की दुनिया में भी भारत ने अपनी पहचान को और मजबूत किया है. ऑस्ट्रेलिया में हुए अंतर्राष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड में हमारे छात्रों ने 3 स्वर्ण, 2 रजत और 1 कांस्य पदक हासिल किया है.”
स्वच्छ भारत मिशन की तारीफ की
पीएम मोदी ने कहा, “भोपाल की एक team का नाम है ‘सकारात्मक सोच’. इसमें 200 महिलाएं हैं. ये सिर्फ सफाई नहीं करती, सोच भी बदलती हैं. एक साथ मिलकर शहर के 17 पार्कों की सफाई करना, कपड़े के थैले बांटना, इनका हर कदम एक संदेश है. ऐसे प्रयासों की वजह से ही भोपाल भी अब स्वच्छ सर्वेक्षण में काफी आगे आ गया है. स्वच्छ भारत मिशन को जल्द ही 11 साल पूरे होंगे, लेकिन इसकी ताकत और इसकी जरूरत आज भी वैसी ही है. इन 11 वर्षों में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ एक जन आंदोलन बना है. लोग इसे अपना फर्ज मानते हैं और यही तो असली जनभागीदारी है. कुछ लोगों को कभी-कभी कोई काम नामुमकिन सा लगता है. लगता है, क्या ये भी हो पाएगा? लेकिन, जब देश एक सोच पर एक साथ आ जाए, तो असंभव भी संभव हो जाता है. ‘स्वच्छ भारत मिशन’ इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.”
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