PM Modi to address NDA: यह बैठक ऐसे समय पर हो रही है जब संसद का मानसून सत्र विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के चलते लगभग ठप रहा है और उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है.
PM Modi to address NDA: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को एनडीए संसदीय दल की बैठक को संबोधित करेंगे. एनडीए की संसदीय दल की बैठक ऐसे समय में बुलाई गई है जब संसद का मानसून सत्र ठप है और विपक्ष हमलावर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक के माध्यम से न केवल सांसदों को वर्तमान राजनीतिक मुद्दों पर स्पष्ट रणनीति देंगे, बल्कि आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव और सरकार की छवि को लेकर भी महत्वपूर्ण संदेश दे सकते हैं. साथ ही एनडीए की एकजुटता और नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में यह बैठक एक निर्णायक क्षण बन सकती है.
उपराष्ट्रपति चुनाव की रणनीति पर नजर
एनडीए की यह बैठक 7 अगस्त से शुरू हो रहे उपराष्ट्रपति पद के नामांकन से ठीक पहले हो रही है. एनडीए गठबंधन को संसद में स्पष्ट बहुमत प्राप्त है, ऐसे में उनके उम्मीदवार का चुनाव तय माना जा रहा है. 21 अगस्त नामांकन की अंतिम तिथि है और चुनाव 9 सितंबर को संभावित है यदि विपक्ष भी अपना उम्मीदवार उतारता है.
विपक्ष के हमलों के बीच पीएम का जवाब संभव
संसद सत्र के अब तक के अधिकांश समय में कोई ठोस कामकाज नहीं हो पाया है. विपक्ष बिहार में चुनाव आयोग की विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया (SIR) को लेकर सरकार पर हमलावर है. साथ ही पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर भी विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है. ऐसे में पीएम मोदी अपने संबोधन में इन मुद्दों पर एनडीए सांसदों को दिशा दे सकते हैं.
सैनिक जवाब पर पीएम का सम्मान संभावित
सूत्रों के अनुसार, पहलगाम हमले के बाद सरकार द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री मोदी को एनडीए संसदीय दल की ओर से सम्मानित किया जा सकता . यह संदेश देने की कोशिश होगी कि एनडीए सरकार आतंकी घटनाओं पर ‘मजबूत जवाब’ देने में सक्षम है.
बदलते समीकरणों में एनडीए एकजुटता की कोशिश
2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला, लेकिन सहयोगियों के साथ गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया. इसी के बाद बीजेपी की संसदीय बैठकों को एनडीए में शामिल दलों के सांसदों के लिए भी खोला गया. 2 जुलाई को ऐसी पहली विस्तारित बैठक हुई थी जिसे पीएम मोदी ने संबोधित किया था. उसके बाद यह अब दूसरी अहम बैठक है.
मुद्दों पर चर्चा और सांसदों को दिशा देने की परंपरा
पहले के अनुभवों के मुताबिक, पीएम मोदी ऐसी बैठकों में न सिर्फ सरकार की नीतियों की रूपरेखा पर बात करते हैं, बल्कि सांसदों को अपने-अपने क्षेत्रों में किन मुद्दों को उठाना है, इस पर भी दिशा-निर्देश देते हैं. इसमें गठबंधन के सहयोगियों, जैसे टीडीपी, जेडीयू, और एलजेपी (रामविलास) के सांसद भी शामिल होंगे.
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