Home National जब-जब लड़ा, तब-तब हारा! भारत-पाक युद्धों में कितना टिक सकी पाकिस्तानी सेना ?

जब-जब लड़ा, तब-तब हारा! भारत-पाक युद्धों में कितना टिक सकी पाकिस्तानी सेना ?

by Rishi
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Indo-Pak-Wars-

Indo-Pak Wars: भारत और पाकिस्तान के बीच आजादी के ठीक बाद कश्मीर को लेकर युद्ध छिड़ा था. ये युद्ध अक्तूबर 1947 से 1 जनवरी 1949 तक लगभग 14 महीने तक चला.

भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध के हालात बने हुए हैं. दोनों देश एक दूसरे से कभी भी बड़े युद्ध में उलझ सकते हैं. इसको लेकर तैयारियां भी जोर शोर से चल रही हैं. भारत पाकिस्तान के बीच आजादी के बाद से अबतक 4 बार बड़े पैमाने पर युद्ध लड़े गए हैं. 1947-48, 1965,1971,1999 में कारिगल यु्द्ध हर बार भारतीय सेना ने पाकिस्तान को धूल चटाई है. ऐसे में आपके मन में सवाल उठ रहे होंगे कि अबतक युद्ध में दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे के सामने कितना टिकी हैं. आइए समझते हैं.

1947-48 में प्रथम कश्मीर युद्ध

भारत और पाकिस्तान के बीच आजादी के ठीक बाद कश्मीर को लेकर युद्ध छिड़ा था. ये युद्ध अक्तूबर 1947 से 1 जनवरी 1949 तक लगभग 14 महीने तक चला. पाकिस्तान के समर्थन से कबायली लड़ाकों ने और पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर पर कब्जा करने का प्रयास किया था. उस वक्त कश्मीर ने आजादी के बाद खुद को दोनों देशों से आजाद रखने का ऐलान किया था. कश्मीर के हिंदू राजा हरी सिंह ने इसके बाद भारत से सहायता मांगी. भारत ने विलय पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद कश्मीर की सहायता के लिए सेना भेजी. दोनों देशों के बीच कश्मीर की धरती पर युद्ध हुआ जहां पाकिस्तान की सेना को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया गया. इसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने हस्तक्षेप किया और फिर दोनों देशों के बीच 1 जनवरी 1949 को युद्ध विराम हुआ. परिणाम में पाकिस्तान केवल एक-तिहाई हिस्से (गिलगिट-बाल्टिस्तान और पीओके) पर कब्जा रख पाया. भारत ने रणनीतिक बढ़त हासिल की.

1965 का भारत-पाक युद्ध

इसके बाद साल 1965 में भारत पाकिस्तान के बीच अगला युद्ध लड़ गया था. अगस्त-सितंबर 1965 में लगभग 17 दिन तक ये युद्ध चला था.पाकिस्तान ने ऑपरेशन जिब्राल्टर के तहत जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की. भारत ने पश्चिमी मोर्चे पर जवाबी हमला किया और लाहौर तक पहुंच गया. पाकिस्तान के आधुनिक पैटन टैंकों को भारतीय सेना ने खेमकरण में नष्ट कर दिया. संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप के बाद 23 सितंबर को युद्धविराम हुआ. इसका परिणाम हुआ कि भारत मजबूत स्थिति में था. ताशकंद समझौते के बाद दोनों देश अपनी मूल सीमाओं पर लौटे. पाकिस्तान को रणनीतिक हार का सामना करना पड़ा.

1971 का बांग्लादेश मुक्ति युद्ध

1971 में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की शुरूआत 3 दिसंबर 1971 को हुई थी, इसके बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच 16 दिसंबर 1971 तक लगभग 13 दिन तक ये युद्ध चला था. पाकिस्तान ने पश्चिमी सीमा पर हमला किया, लेकिन भारतीय सेना ने पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में तेजी से कब्जा किया 16 दिसंबर को ढाका में पाकिस्तानी सेना के 93,000 सैनिकों ने लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी के नेतृत्व में आत्मसमर्पण किया. यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा सैन्य समर्पण था. इस युद्ध के परिणाम में पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए, बांग्लादेश का जन्म हुआ. भारत ने बड़ी जीत हासिल की.

1999 का कारगिल युद्ध

कारगिल युद्ध भारत पाकिस्तान के बीच मई 1999 से जुलाई 1999 तक लगभग 60 दिन तक लड़ा गया था. पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने कारगिल की चोटियों पर घुसपैठ की. भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय के तहत ऊंचाई वाले इलाकों में जवाबी कार्रवाई की और सभी चोटियों को वापस हासिल किया. इस युद्द का परिणाम ये हुआ कि पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा. भारत ने अंतरराष्ट्रीय समर्थन के साथ जीत हासिल की.

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