कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आदिवासियों को सामाजिक रूप से मजबूत करने के लिए उन्हें राजनीतिक शक्ति देने का आश्वासन दिया है.
Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस के भीतर आदिवासियों को सामाजिक रूप से मजबूत करने के लिए राजनीतिक शक्ति देने का आश्वासन दिया है. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के भीतर आदिवासी समुदाय को राजनीतिक रूप से सशक्त बनाकर उन्हें पद, आवाज और समर्थन देकर सामाजिक रूप से मजबूत करना चाहती है. कुछ दिन पहले अपने आवास पर आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में गांधी ने उनकी समस्याओं पर चर्चा की और बाद में बातचीत का एक वीडियो शेयर किया जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, “हम देश भर में कांग्रेस में आदिवासी नेतृत्व विकसित करना चाहते हैं.”
आदिवासी प्रतिनिधियों से क्या कहा?
राहुल गांधी ने आदिवासी प्रतिनिधियों से कहा, “मैं आदिवासियों की मदद करना चाहता हूं जिसके लिए समुदाय को एकजुट होना होगा और वास्तव में आदिवासियों के अधिकारों के लिए लड़ने वालों को आगे आना होगा. हम आदिवासी नेताओं को मजबूत करना चाहते हैं और चाहते हैं कि हर राज्य में 10-15 आदिवासी नेता उभरें.” बैठक के बारे में पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उन्होंने प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि वह इस “लड़ाई” में उनके साथ खड़े हैं
‘राजीतिक ताकत देना है लक्ष्य’
बैठक के दौरान गांधी ने कहा, “मेरा लक्ष्य उन्हें राजनीतिक ताकत देकर सामाजिक रूप से मजबूत करना है, जिसकी शुरुआत उन्हें कांग्रेस पार्टी के भीतर पद, आवाज और समर्थन देकर होगी.” अपने व्हाट्सएप चैनल पर साझा की गई पोस्ट में उन्होंने यह भी कहा, “जल, जंगल, जमीन और संवैधानिक अधिकारों के लिए उनका संघर्ष जारी है – चाहे वह सामाजिक अन्याय हो या डिजिटलीकरण के जरिए जमीन छीनी जा रही हो, देश के आदिवासी लगातार पीड़ित हैं.” राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासी और बहुजन समाज की समावेशिता और भागीदारी को ध्यान में रखते हुए ‘संगठन सृजन अभियान’ के जरिए नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की है. हमने गुजरात से इस पहल की शुरुआत की और कांग्रेस इसे हर राज्य में लागू करेगी. आने वाले समय में जब सत्ता में उनकी मजबूत और एकजुट आवाज गूंजेगी, तो मौजूदा परिस्थितियों में बदलाव को कोई नहीं रोक पाएगा.” गांधी ने 23 जून को अपने आवास पर आदिवासी प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी. अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने कहा कि बैठक में गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और झारखंड के आदिवासी प्रतिनिधि मौजूद थे, जहां गांधी ने उन्हें आश्वासन दिया कि समुदाय, विशेषकर युवाओं को आदिवासी जिलों में पार्टी टिकटों में वरीयता मिलेगी.
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