Hathras Stampede: हाथरस मामले में सीएम योगी ने कहा कि हमने शासन के स्तर पर जांच कमेटी बना दी है. लेकिन हमारी प्रथामिकता अभी घायलों के लिए उचित स्वास्थ्य व्यवस्था करना है.
03 July, 2024
Hathras Stampede : हाथरस हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने घटना को लेकर कई अहम जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस हादसे में अभी तक 121 श्रुद्धलुओं की मौत हो गई है. इसमें उत्तर प्रदेश समेत हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लोग भी शामिल थे. इसी के साथ ही उन्होंने हादसे पर विपक्ष की ओर से हो रही राजनीति पर भी प्रतिक्रिया दी. बता दें कि, हाथरस जिले के सिकन्द्राराऊ इलाके के पुलराई गांव में सूरजपाल उर्फ नारायण साकार की ओर से एक सत्संग का आयोजन किया गया था. इसी सत्संग में भगदड़ मच गई थी.
सेवादारों ने लोगों का मारा धक्का
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस कार्यक्रम में जो सज्जन अपना सत्संग में उपदेश देने के लिए आए थे, उनकी कथा समाप्त होने के बाद वह मंच से उतरने लगे. इस दौरान उनके पैर छूने के लिए महिलाओं का एक समूह आगे बढ़ा. तभी महिलाओं के पीछे एक भीड़ भी आशीर्वाद लेने के लिए आगे आ गई. लोग जब मंच पर चढ़ें तो सत्संग में मौजूद सेवादार लोगों को धक्का देने लगे, जिसके कारण यह हादसा हुआ. उन्होंने कहा कि पूरी घटना के लिए ADG आगरा की अध्यक्षता में एक SIT गठित की गई है. SIT ने हादसे पर प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है. इस मामले में कई पहलू हैं जिनपर जांच होना अभी बाकी है.
विपक्ष पर सीएम योगी का हमला
सीएम योगी ने हादसे पर विपक्ष की ओर से राजनीति करने का आरोप लगाया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का व्यवहार होता है कि वह इस प्रकार की दुखद घटनाओं में राजनीति ढूंढते हैं. ऐसे लोगों की प्रवृति होती है वह चोरी भी और सीना जोरी भी करते हैं. यह हर शख्स जानता है कि उस सज्जन(कथावाचक) की फोटो किसके साथ है और किन लोगों के साथ राजनीतिक संबंध रहे हैं. आपने देखा होगा कि पिछले दिनों रैलियों में इस तरह की भगदड़ कहां पर मचती थी और कौन लोग इसके पीछे थे. गौरतलब है कि, कथित तौर पर अखिलेश यादव के सूरजपाल उर्फ नारायण साकार के सत्संग में शामिल होने की बात सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच के लिए शासन स्तर पर एक व्यवस्था बनाई थी, लेकिन फिलहाल हमारी प्राथमिक लोगों के लिए राहत-बचाव कार्य करने की है. जो लोग घटना में घायल हुए हैं, उन्हें उचित इलाज मिलेगा और उनकी सुरक्षा पर ध्यान दिया जाएगा.
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