Chhattisgarh News: माओवाद बस्तर के विकास में बाधा बन रहा था. हमने संकल्प लिया है कि हम बस्तर को मुख्यधारा में लाएंगे और इसे विकसित छत्तीसगढ़ की केंद्रीय धुरी बनाएंगे.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ को गुरुवार को स्वास्थ्य सेवा, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सहित विभिन्न क्षेत्रों से 967 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनसे 2,100 से अधिक नौकरियां पैदा होने की संभावना है. ये प्रस्ताव बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर में ‘बस्तर इन्वेस्टर कनेक्ट’ कार्यक्रम के दौरान प्राप्त हुए. कार्यक्रम के उद्घाटन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर क्षेत्र उनकी सरकार की नई औद्योगिक नीति के केंद्र में है, क्योंकि यह खनिज संसाधनों और प्रचुर प्राकृतिक संपदा से समृद्ध है, जो अपने भीतर विकास की अपार संभावनाएं प्रदान करता है. माओवाद बस्तर के विकास में बाधा बन रहा था. हमने संकल्प लिया है कि हम बस्तर को मुख्यधारा में लाएंगे और इसे विकसित छत्तीसगढ़ की केंद्रीय धुरी बनाएंगे. सीएम ने कहा कि हमारे बहादुर सैनिक और बस्तरवासी साहस और दृढ़ संकल्प के साथ नक्सलवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं और आज बस्तर माओवाद के काले इतिहास को मिटाकर निवेश का एक सुनहरा अध्याय लिखने की राह पर आगे बढ़ रहा है.
मार्च 2026 तक माओवाद का सफाया
उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि मार्च 2026 तक माओवाद का सफाया हो जाएगा और नक्सल मुक्त बस्तर विकास पथ पर और भी तेजी से आगे बढ़ेगा. छत्तीसगढ़ में निवेश आकर्षित करने के लिए उनकी हाल की जापान और दक्षिण कोरिया यात्रा भी इसका उदाहरण है. उन्होंने कहा कि नई औद्योगिक नीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन मंत्र “प्रदर्शन, सुधार और परिवर्तन” पर आधारित है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में निवेश आकर्षित करने के लिए नई औद्योगिक नीति में अनुदान और प्रोत्साहन के प्रावधान शामिल किए गए हैं. उन्होंने कहा क जापान और दक्षिण कोरिया के अलावा हमने मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और नवा रायपुर में भी निवेश शिखर सम्मेलन आयोजित किए हैं. नई औद्योगिक नीति के लागू होने के बाद, हमें अब तक लगभग 6.65 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. उन्होंने कहा कि नई नीति में आईटी, एआई, फार्मा, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और हरित ऊर्जा के साथ कोर सेक्टर पर विशेष अनुदान का प्रावधान किया गया है.
भारत का पहला एआई डेटा सेंटर पार्क बना
कहा कि भारत का पहला एआई डेटा सेंटर पार्क नवा रायपुर अटल नगर में बनाया गया है. उन्होंने कहा कि यहां फार्मास्युटिकल पार्क, मेडिसिटी और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर भी बनाए जा रहे हैं. बस्तर क्षेत्र के सभी जिलों और विकासखंडों में नए छोटे औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए जा रहे हैं. बस्तर क्षेत्र में सात जिले शामिल हैं. जगदलपुर के फ्रेजरपुर और गीदम रोड, नगरनार के पास नियानार में (118 एकड़ क्षेत्र में), कांकेर में लखनपुरी, दंतेवाड़ा में टेकनार और नारायणपुर में ऐसे केंद्र स्थापित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सुकमा के साथ-साथ कोंडागांव के पकेला, फंदीगुड़ा, अडका-छेपड़ा और बीजापुर के कोडोली गांवों में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित कर रही है. साय ने कहा कि बस्तर में सड़क निर्माण और रेलवे लाइन बिछाने सहित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं ने गति पकड़ी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इंद्रावती नदी पर बोधघाट बांध परियोजना का काम जल्द ही शुरू होगा.
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