राजस्थान के नागौर जिले से जो खबर सामने आई है उसने रूह कंपा दी है. पीटीआई के मुताबिक, वाहन से पांच लोगों को कुचले जाने की खबर है.
Rajasthan Crime News: राजस्थान के नागौर जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, राजस्थान के नागौर जिले में झड़प के बाद कुछ रेत खनन संचालकों द्वारा चलाए जा रहे वाहन ने कथित तौर पर ग्रामीणों को कुचल दिया, जिसमें पांच लोग घायल हो गए. मंगलवार को पुलिस ने इसकी घटना की जानकारी दी है. पुलिस ने बताया कि गंभीर रूप से घायल पांच लोगों में से तीन को अजमेर के एक अस्पताल में रेफर किया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है. घायलों की पहचान सुनील (22), मोतीराम (40), रामलाल (43), नोरतराम (50) और पंचराम (60) के रूप में हुई है.
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना सोमवार शाम को रियांबड़ी इलाके में रोहिशा रोड पर आडा मार्ग चौराहे के पास हुई. उन्होंने कहा, “ग्रामीणों ने मोटे रेत से भरे एक वाहन को रोका, जिसके कारण उनके और पट्टाधारकों के बीच झड़प हो गई. आरोप है कि इस दौरान ग्रामीणों को वाहन से कुचलने का प्रयास किया गया.” पुलिस अधिकारी ने स्पष्ट किया कि खनन वैध तरीके से किया जा रहा था.
अभी तक नहीं हुई कोई गिरफ्तारी
पुलिस अधिकारी ने कहा, “ग्रामीणों द्वारा रेत खनन संचालकों के वाहनों को क्षतिग्रस्त करने के बाद क्रॉस-एफआईआर दर्ज की गई है. पांच लोग घायल हुए हैं और सभी की हालत स्थिर है. आगे की जांच चल रही है और अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.” हमले के बाद, रियांबरी क्षेत्र के एक अस्पताल में बड़ी भीड़ जमा हो गई, और मांग की कि खनन पट्टा बंद किया जाए और ग्रामीणों को कुचलने की कथित कोशिश करने वालों को गिरफ्तार किया जाए. देर रात तक प्रदर्शन जारी रहा, जिसमें खींवसर के पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल, पूर्व विधायक इंदिरा देवी बावरी और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बातचीत हुई. पुलिस ने कहा कि बाद में अधिकारी करणी माता मंदिर के पास विवादित पट्टे और सूरैया में एक अन्य पट्टे को अगले आदेश तक अस्थायी रूप से बंद करने पर सहमत हो गए. स्थानीय तहसीलदार ने 21 जुलाई तक साइट पर मोटे रेत खनन पर प्रतिबंध लगाने का नोटिस भी जारी किया. नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने हिंसा को लेकर प्रशासन की आलोचना की. पुलिस ने कहा कि जल्द ही इस मामले के दोषी सलाखों के पीछे होंगे. पुलिस की टीमें भी लगातार जांच में जुटी हैं और इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. स्थानीय लोग भी लगातार पुलिस और प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं.
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