परेड का संचालन एडजुटेंट लेफ्टिनेंट कर्नल प्रवीण कुमार तिवारी ने अपने ‘रिलायंट रॉबिन’पर सवार होकर किया.
New Delhi: राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के लिए 30 मई का दिन एक महत्वपूर्ण अवसर था. उस दिन 17 महिला कैडेटों का पहला बैच अकादमी से पास आउट होने वाले 336 कैडेटों में शामिल था, जो 148 वें कोर्स – स्प्रिंग टर्म 2025 के समापन का प्रतीक था. 30 मई को महाराष्ट्र के खडकवासला में प्रतिष्ठित खेत्रपाल परेड ग्राउंड में पासिंग आउट परेड में पासिंग आउट कोर्स से 336 सहित कुल 1,341 कैडेटों ने भाग लिया.
सैन्य प्रदर्शन के साथ हुआ परेड का समापन
इस अवसर पर समीक्षा अधिकारी के रूप में मिजोरम के राज्यपाल जनरल (डॉ) वीके सिंह (सेवानिवृत्त) उपस्थित थे. पासिंग आउट परेड में कैडेटों ने अपने सैन्य कौशल का शानदार प्रदर्शन किया. समारोह का समापन अनुशासन और सैन्य व्यवहार के शानदार प्रदर्शन के साथ हुआ. परेड का संचालन एडजुटेंट लेफ्टिनेंट कर्नल प्रवीण कुमार तिवारी ने अपने ‘रिलायंट रॉबिन’ पर सवार होकर किया.
प्रिंस राज को राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक
‘जी’ स्क्वाड्रन के अकादमी कैडेट कैप्टन उदयवीर सिंह नेगी ने सैन्य सटीकता के साथ परेड का नेतृत्व किया. अनुकरणीय प्रदर्शन के सम्मान में समीक्षा अधिकारी ने बटालियन कैडेट एडजुटेंट प्रिंस राज को राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक, अकादमी कैडेट कैप्टन उदयवीर सिंह नेगी को राष्ट्रपति का रजत पदक और राष्ट्रपति का कांस्य पदक बटालियन कैडेट कैप्टन तेजस भट्ट को प्रदान किया गया. समग्र उत्कृष्टता के लिए गोल्फ स्क्वाड्रन को प्रतिष्ठित चीफ ऑफ स्टाफ बैनर से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का समापन एक भव्य फ्लाईपास्ट के साथ हुआ. जिसमें सुपर डिमोना मोटराइज्ड ग्लाइडर, सुखोई-30 लड़ाकू विमान और ध्वजधारी चेतक हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी, जो प्रशिक्षण की समाप्ति और कैडेटों की सैन्य यात्रा के अगले चरण के लिए तत्परता का प्रतीक था.
कार्यक्रम में सेवारत एवं सेवानिवृत्त कर्मी भी थे शामिल
इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चे, नागरिक तथा सशस्त्र सेना के सेवारत एवं सेवानिवृत्त कर्मी शामिल थे. स्प्रिंग टर्म 2025 पासिंग आउट परेड भविष्य की सैन्य हस्तियों को तैयार करने के लिए अकादमी की एक गौरवपूर्ण प्रमाण है, जो अब सम्मान और वीरता के साथ राष्ट्र की सेवा करने के लिए नियत महिला कैडेटों को शामिल करने से समृद्ध है. इस कार्यक्रम का ऐतिहासिक महत्व था, क्योंकि इसने अकादमी से 17 महिला कैडेटों के पहले बैच को पास आउट किया, जो एनडीए की राष्ट्र निर्माण की विरासत में एक परिवर्तनकारी उपलब्धि है.
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