Home राज्यDelhi प्रदूषण पर लगाम के लिए दिल्ली सरकार का बड़ा कदम, शुरू होंगी साझा सवारी सेवाएं, ओला-उबर संग बैठक जल्द

प्रदूषण पर लगाम के लिए दिल्ली सरकार का बड़ा कदम, शुरू होंगी साझा सवारी सेवाएं, ओला-उबर संग बैठक जल्द

by Sanjay Kumar Srivastava
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Rekha Gupta

Delhi Pollution: वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार गंभीर है. रेखा सरकार लगातार इस दिशा में काम भी कर रही है.

Delhi Pollution: वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार गंभीर है. रेखा सरकार लगातार इस दिशा में काम भी कर रही है. इसी कड़ी में सरकार कोविड महामारी के दौरान बंद की गई साझा सवारी सेवाओं को फिर से शुरू करने पर विचार कर रही है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि सरकार स्वचालित वाणिज्यिक वाहन फिटनेस परीक्षण केंद्रों की संख्या भी बढ़ा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राजधानी में कोई भी वाहन प्रदूषण में योगदान न दे. सरकार दिल्ली में बेहतर यात्री सेवाएं प्रदान करने के लिए परिवहन नेटवर्क कंपनियों के साथ जल्द ही एक बैठक करेगी. कोविड से पहले दिल्ली में उपलब्ध साझा टैक्सी सेवाओं को अब किफायती और सुविधाजनक परिवहन विकल्प के रूप में शुरू करने पर विचार किया जा रहा है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार की परिवहन नीति का मुख्य उद्देश्य सड़कों पर वाहनों की संख्या कम करना है, साथ ही यह सुनिश्चित करना है कि यात्रियों को दैनिक यात्रा में कोई असुविधा न हो.

टैक्सी सेवाओं में बढ़ेगी महिला चालकों की संख्या

उन्होंने कहा कि सरकार ओला और उबर जैसी परिवहन नेटवर्क कंपनियों के साथ संपर्क में है. गुप्ता ने कहा कि परिवहन नेटवर्क कंपनियों के साथ आगामी बैठक में साझा टैक्सी सेवाओं को पुनः आरंभ करने, महिला चालकों की संख्या बढ़ाने और निजी इलेक्ट्रिक वाहनों को टैक्सी सेवाओं में एकीकृत करने की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार कम वाहनों के ज़रिए ज़्यादा यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और किफायती तरीके से परिवहन कराने के तरीकों पर गंभीरता से विचार कर रही है, जिससे सड़क पर भीड़भाड़ और प्रदूषण का स्तर कम हो सके. मुख्यमंत्री ने बताया कि यह नीति न केवल मौजूदा यातायात चुनौतियों का समाधान है, बल्कि दिल्ली के लिए दीर्घकालिक, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन मॉडल की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है. गुप्ता ने कहा कि सरकार का लक्ष्य शहर की टैक्सी सेवाओं में महिला चालकों की संख्या बढ़ाना भी है ताकि महिला यात्रियों को सुरक्षित और अधिक विश्वसनीय यात्रा विकल्प मिल सके. दिल्ली सरकार राजधानी के हर वाहन को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. इसे हासिल करने के लिए स्वचालित वाणिज्यिक वाहन फिटनेस परीक्षण केंद्र तेज़ी से स्थापित किए जा रहे हैं.

बनेंगे नए फिटनेस सेंटर

मुख्यमंत्री ने बताया कि झुलझुली स्थित फिटनेस सेंटर पहले से ही चालू है और सालाना लगभग 70,000 वाहनों का परीक्षण कर रहा है, जबकि बुराड़ी स्थित फिटनेस सेंटर का उन्नयन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि नंद नगरी और तेहखंड में इसी तरह के दो केंद्र अगले साल मार्च तक चालू हो जाने की उम्मीद है. उन्होंने आगे कहा कि ये चारों केंद्र मिलकर सालाना लगभग 2.5 से 3 लाख वाणिज्यिक वाहनों का फिटनेस परीक्षण कर सकेंगे. सरकार ने विभिन्न डीटीसी डिपो में पांच अतिरिक्त स्वचालित वाहन फिटनेस परीक्षण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिन्हें आवश्यक मंजूरी मिल चुकी है. ये केंद्र बवाना, गाजीपुर, सावदा घेवरा, जीटीके डिपो और दिचौ कलां में स्थापित किए जाएंगे. गुप्ता ने कहा कि विभिन्न शोध रिपोर्टों ने स्पष्ट रूप से वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन को वायु प्रदूषण का एक प्रमुख कारण बताया है. दिल्ली मेट्रो फेज-5ए के कुछ कॉरिडोर को केंद्र सरकार से सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है, जिससे मेट्रो नेटवर्क का और विस्तार संभव हो सकेगा. इस विस्तार से सड़क यातायात पर दबाव कम होगा और प्रदूषण नियंत्रण का एक स्थायी समाधान मिलेगा.

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