Home राज्यDelhi रैकेट का भंडाफोड़ः नामी होटल की बनाई फर्जी वेबसाइट, बुकिंग के नाम पर ठग लिए 1 करोड़, 4 को दबोचा

रैकेट का भंडाफोड़ः नामी होटल की बनाई फर्जी वेबसाइट, बुकिंग के नाम पर ठग लिए 1 करोड़, 4 को दबोचा

by Sanjay Kumar Srivastava
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Cyber ​​Fraud

Cyber ​​Fraud: दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराज्यीय साइबर धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी के मालिक सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

Cyber ​​Fraud: दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराज्यीय साइबर धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. रैकेट ने पूरे भारत में फर्जी होटल बुकिंग की वेबसाइट बनाई और कई लोगों से 1 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की. पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में उत्तराखंड के एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी के मालिक सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की पहचान एकरार (27), शरूप (26), सोहेल (24) और उत्तराखंड के एक डिजिटल मार्केटर गोपाल सिंह कार्की (32) के रूप में हुई है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि शशांक रायजादा द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद जांच शुरू हुई. पीड़ित रायजादा ने आरोप लगाया था कि चंडीगढ़ के एक पांच सितारा होटल में वेबसाइट के जरिए कमरा बुक करते समय उनसे 68,000 रुपये की ठगी की गई. पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिकायत पर राजस्थान के डीग में छापेमारी की गई. गिरोह के तीन सदस्यों की गिरफ़्तारी हुई. जब्त किए गए उपकरणों की जांच से उनके डिजिटल नेटवर्क का पता लगा. इस दौरान गोपाल सिंह कार्की नामक एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी का पता लगा. इसके बाद आरोपी कार्की को उत्तराखंड से गिरफ़्तार कर लिया गया.

100 से ज़्यादा बनी थी फर्ज़ी होटल वेबसाइट

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि गिरोह ने 100 से ज़्यादा फर्ज़ी होटल वेबसाइट बनाई थीं, जो ऑनलाइन लग्ज़री होटल खोजने वालों को असली लगती थी. वेबसाइटें लोकप्रिय होटल के नामों का इस्तेमाल करती थीं और ऑनलाइन विज्ञापनों के ज़रिए प्रचारित की जाती थीं, जिससे यह सुनिश्चित होता था कि उनके फ़र्ज़ी नंबर सर्च रिजल्ट में सबसे ऊपर दिखाई दें. अधिकारी ने कहा कि जब पीड़ित सूचीबद्ध नंबरों पर कॉल करते थे, तो आरोपी होटल रिसेप्शनिस्ट बनकर अग्रिम भुगतान पर 10 से 20 प्रतिशत की छूट देते थे. पैसे ट्रांसफर होने के बाद वे ऑनलाइन व्यापारियों के ज़रिए उस पैसे को सोना, मोबाइल फ़ोन और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने के लिए इस्तेमाल करते थे. शिकायतकर्ता के मामले में धोखेबाजों ने एक वेबसाइट से 68,000 रुपये मूल्य के सोने के आभूषण खरीदे, जिसे जयपुर में एक सार्वजनिक स्थान पर पहुंचाया गया. जांच में यह भी पता चला कि आरोपी डिजिटल मार्केटिंग टूल्स और नकली सिम कार्ड का इस्तेमाल करते थे.

दिल्ली सहित कई राज्यों में फैला था नेटवर्क

पुलिस ने बताया कि उनका नेटवर्क दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड में फैला हुआ था और राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर दर्ज 132 शिकायतों के जरिए उनकी धोखाधड़ी वाली वेबसाइटों का पता लगाया गया. पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल छह मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किया है. जांच में कार्की के स्वामित्व वाली एक कंपनी द्वारा विकसित और प्रबंधित 100 से अधिक नकली होटल वेबसाइटों से संबंधित डेटा का पता चला. पूछताछ के दौरान कार्की ने पुलिस को बताया कि वह अन्य आरोपियों को कमीशन के आधार पर वेबसाइट निर्माण और ऑनलाइन विज्ञापन सेवाएं प्रदान करता था. वह नकली वेबसाइट के जरिए ग्राहकों को आकर्षित करता था. पुलिस ने कहा कि अन्य संभावित साथियों का पता लगाने और देश के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी की जा रही है.

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