JK New Rajyasabha MP: जम्मू-कश्मीर में हुए राज्यसभा चुनाव में चार में तीन सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और एक सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है. जानें हर उम्मीदवार के बारे में विस्तार से.
25 October, 2025
JK New Rajyasabha MP: जम्मू-कश्मीर की चार राज्यसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजों का ऐलान हो चुका है. चार में से तीन सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवारों ने जीत होसिल की है. वहीं एक सीट पर भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी जीता है. जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा चुनाव में जीतने वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस के तीन उम्मीदवारों के नाम हैं- चौधरी मोहम्मद रमजान, सज्जाद अहमद किचलू और गुरविंदर सिंह ओबेरॉय. भाजपा से सतपाल शर्मा ने जीत हासिल की है. बता दें जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यह पहला राज्यसभा का चुनाव है. चलिए जानते हैं जम्मू-कश्मीर को मिले चार नए राज्यसभा सांसद कौन हैं.
1. चौधरी मोहम्मद रमजान (नेशनल कॉन्फ्रेंस)

75 वर्षीय चौधरी मोहम्मद रमजान चार बार के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री हैं, जो पहली बार 1983 में उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा से विधानसभा के लिए चुने गए थे. उन्होंने 1987 और 1996 के चुनावों में अपनी सीट बरकरार रखी. 2002 के चुनावों में हारने के बाद, रमज़ान 2008 में विधानसभा में लौटे. हालांकि, 2014 और 2024 के विधानसभा चुनावों में वे सज्जाद गनी लोन से हार गए. रमजान 1996 में फारूक अब्दुल्ला सरकार में मंत्री थे. इस राज्यसभा चुनाव में वे रमजान 57 वोटों के साथ जीते गए, जबकि बीजेपी उम्मीदवार अली मोहम्मद मीर को केवल 28 वोट मिले.
2. सज्जाद अहमद किचलू (नेशनल कॉन्फ्रेंस)

सज्जाद अहमद किचलू (60) जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से आते हैं. उनके पिता, बशीर अहमद किचलू, पार्टी के एक महत्वपूर्ण नेता थे और 1980 के दशक और 1996 में फारूक अब्दुल्ला सरकार में प्रमुख विभागों के पद संभाल चुके थे. वरिष्ठ किचलू का 2001 में निधन हो गया, जब वे समाज कल्याण मंत्री थे. सज्जाद चुनावी राजनीति में कूद पड़े और 2002 के चुनावों में किश्तवाड़ सीट से जीत हासिल की. उन्होंने 2008 के चुनावों में भी अपनी सीट बरकरार रखी हालांकि, सज्जाद अहमद किचलू 2014 और 2024 के विधानसभा चुनाव हार गए. 2015 में वे जम्मू-कश्मीर विधान परिषद के एमएलसी चुने गए. इस बार किचलू 58 वोट हासिल कर विजयी हुए और भजापा उम्मीदवार राकेश महाजन को हराया.
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3. गुरविंदर सिंह ओबेरॉय (नेशनल कॉन्फ्रेंस)

56 वर्षीय ओबेरॉय जम्मू-कश्मीर से दूसरे सिख सांसद हैं. शम्मी ओबेरॉय के नाम से भी जाने जाने वाले, वे एक व्यवसायी हैं और होटल प्रबंधन में डिप्लोमा रखते हैं. वर्तमान में, नेशनल कॉन्फ्रेंस के कोषाध्यक्ष ओबेरॉय दिवंगत पार्टी नेता और एमएलसी धर्मवीर सिंह ओबेरॉय के पुत्र हैं. उनके पिता 1999 में उमर अब्दुल्ला के संसदीय चुनाव के दौरान उनके मुख्य मतदान एजेंट भी थे. उन्होंने राज्यसभा चुनावों के लिए पीडीपी और कांग्रेस का समर्थन हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्हें पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, दोनों का प्रमुख सहयोगी माना जाता है और मार्च 2017 में उन्हें पार्टी कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया था.
4. सत शर्मा (भाजपा)

भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष, 64 वर्षीय सत शर्मा पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. पिछले साल केंद्र शासित प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों के बाद उन्हें भाजपा का जम्मू-कश्मीर प्रमुख नियुक्त किया गया था. जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख के रूप में यह उनका दूसरा कार्यकाल है. उन्होंने 2015 से 2018 तक यहां भाजपा का नेतृत्व किया था. शर्मा पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में दो महीने तक मंत्री रहे. उन्होंने 2014 का विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर जम्मू पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से जीता था. हालांकि, उनकी पार्टी ने 29 सीटें जीतने के बावजूद 2024 का विधानसभा चुनाव हार गए.
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