Punjab by-election: पंजाब के तरनतारन विधानसभा उपचुनाव में मतदान से ठीक तीन दिन पहले चुनाव आयोग ने शनिवार को जिले की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रवजोत कौर ग्रेवाल को निलंबित कर दिया.
Punjab by-election: पंजाब के तरनतारन विधानसभा उपचुनाव में मतदान से ठीक तीन दिन पहले चुनाव आयोग ने शनिवार को जिले की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रवजोत कौर ग्रेवाल को निलंबित कर दिया. उन्हें सितंबर में तरनतारन के एसएसपी के रूप में तैनात किया गया था. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर को तत्काल प्रभाव से तरनतारन के एसएसपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. हालांकि ग्रेवाल के निलंबन का कोई कारण नहीं बताया गया है, लेकिन एसएसपी के खिलाफ कार्रवाई शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल द्वारा मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराने के बाद हुई है. बादल ने उन पर अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था ताकि उन्हें 11 नवंबर के उपचुनाव के लिए प्रचार करने से रोका जा सके.
शिरोमणि अकाली दल ने की थी शिकायत
पिछले महीने पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे अपने पत्र में बादल ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी अपने राजनीतिक लाभ के लिए स्थानीय पुलिस का दुरुपयोग कर रही है. बादल ने आरोप लगाया था कि एसएसपी अकाली सरपंचों और कार्यकर्ताओं को डराने और उन्हें चुनावी गतिविधियों में भाग लेने से रोकने के लिए उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर रही हैं. शिअद ने दावा किया था कि उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजनीति से प्रेरित एफआईआर दर्ज की गई है. पार्टी ने आरोप लगाया था कि शिअद उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा, उनके परिवार के सदस्यों और समर्थकों के खिलाफ सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है. विपक्षी दल ने अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ धरना भी दिया था. इस महीने फिर से शिअद ने चुनाव आयोग में एक और शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि शिअद उम्मीदवार रंधावा की बेटी कंचनप्रीत कौर का सादे कपड़ों में दो पुलिस अधिकारी पीछा कर रहे थे, जिन्हें बाद में पकड़ लिया गया.
11 नवंबर को होगा मतदान
शिअद ने कहा था कि इस तरह का आचरण न केवल चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता को कमजोर करता है, बल्कि आदर्श आचार संहिता का भी गंभीर उल्लंघन है. पार्टी ने चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए एसएसपी का तबादला या प्रशासनिक कार्रवाई की मांग की थी. उन्होंने मांग की कि एसएसपी रवजोत ग्रेवाल के पक्षपातपूर्ण आचरण के लिए उनके खिलाफ औपचारिक जांच शुरू करने और सेवा से बर्खास्तगी सहित अनुशासनात्मक कार्रवाई की आवश्यकता है. उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के अन्य सिविल और पुलिस अधिकारियों से आप नेतृत्व के असंवैधानिक आदेशों का पालन न करने और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया. तरनतारन उपचुनाव के लिए मतदान 11 नवंबर को होगा और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. यह सीट जून में आप विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद खाली हुई थी.
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