UP News: सोमवार देर रात 10-12 तस्कर दो पिकअप वैन में गांव में पहुंचे और दुर्गेश गुप्ता की एक फर्नीचर की दुकान को तोड़ने की कोशिश की.
Gorakhpur (UP): उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में ग्रामीणों और पशु तस्करों के बीच टकराव मंगलवार को हिंसा में बदल गया, जिसमें एक 20 वर्षीय युवक की मौत हो गई. जबकि एक तस्कर गंभीर रूप से घायल हो गया. पथराव में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घायल हो गए. मंगलवार तड़के पिपराइच थाना क्षेत्र के मऊचापी गांव में युवक की मौत से तनाव फैल गया. गुस्साए ग्रामीणों ने गोरखपुर-पिपराइच मार्ग को जाम कर दिया. लोगों ने पुलिस पर पथराव किया और यातायात को ठप कर दिया. वरिष्ठ अधिकारियों के आश्वासन पर पांच घंटे बाद सड़क जाम खत्म हुआ. बताया जाता है कि सोमवार देर रात 10-12 तस्कर दो पिकअप वैन में गांव में पहुंचे और दुर्गेश गुप्ता की एक फर्नीचर की दुकान को तोड़ने की कोशिश की. दुकान की ऊपरी मंजिल पर एक ट्रैवल एजेंसी थी जहां एक रिश्तेदार सो रहा था. शटर तोड़ने की आवाज सुनकर अफरा-तफरी में तस्करों ने दीपक को अपनी एक गाड़ी में खींच लिया और भाग गए. इस बीच, ग्रामीणों ने एक तस्कर को पकड़ लिया और उसके वाहन में आग लगा दी.
योगी के निर्देश पर पहुंचे DIG
ग्रामीणों ने तस्कर की बुरी तरह पिटाई कर दी. जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायल तस्कर को बचाने का प्रयास किया तो स्थानीय लोगों की पुलिस से झड़प हो गई. विवाद बढ़ता देख ग्रामीणों ने पथराव कर दिया. पथराव में एसपी (उत्तर) जितेंद्र श्रीवास्तव और पिपराइच एसएचओ को गंभीर चोटें आईं. बाद में पुलिस ने दीपक के शव को लगभग 4 किमी दूर खोजा, जिससे इलाके में आक्रोश फैल गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया. डीआईजी शिव एस चन्नप्पा और एसएसपी राज करण नय्यर ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और त्वरित कार्रवाई का वादा किया. जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने घटना को बेहद दुखद बताया. कहा कि लगातार कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि एक आरोपी पकड़ा गया है.
गांव में पीएसी व अतिरिक्त बल तैनात
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर डेरा डाले एसएसपी राज करण नैयर ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है. गांव में पीएसी व अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है. इस बीच दीपक के पिता दुर्गेश गुप्ता ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की होती तो उनके बेटे को बचाया जा सकता था. परिवार ने एक करोड़ रुपये मुआवज़ा, सरकारी नौकरी, तस्करों व दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. एसएसपी नैयर ने बताया कि घटना की सूचना मंगलवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे मिली. तस्कर दो पिकअप वैन में आए थे, जिनमें से एक मौके से भागने में सफल रहा जबकि दूसरा फंस गया. नैयर ने कहा कि फंसे हुए पिकअप वैन में से एक तस्कर को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी.
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