Landslide on Kedarnath route: यह दुर्घटना सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मुनकटिया के पास सोमवार सुबह 7.34 बजे हुई. भूस्खलन से कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गए.
Landslide on Kedarnath route: केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन में सोमवार को दो लोगों की मौत हो गई और छह गंभीर घायल हो गए. हादसे पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने शोक जताया है. मुख्यमंत्री धामी ने राहत व बचाव कार्यों का निर्देश देते हुए घायलों को समुचित चिकित्सा उपलब्ध कराने का आदेश दिया है. धामी ने कहा कि घायलों के इलाज में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए. एक अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मुनकटिया के पास सोमवार सुबह 7.34 बजे हुई. रुद्रप्रयाग जिले के आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि मुनकटिया में पहाड़ी से चट्टानें और बोल्डर गिरे और सड़क से गुजर रहे एक वाहन से टकरा गए, जिससे दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई.
उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश
नंदन सिंह रजवार ने बताया कि वाहन में सवार छह अन्य घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है. रजवार ने बताया कि घायलों को सोनप्रयाग के एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल दो लोगों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. मृतकों की पहचान उत्तरकाशी जिले के बड़कोट की रीता (30) और चंद्र सिंह (68) के रूप में हुई है. घायलों की पहचान मोहित चौहान, नवीन सिंह रावत, प्रतिभा, ममता, राजेश्वरी और पंकज के रूप में हुई है, जो उत्तरकाशी जिले के ही हैं. रविवार को टिहरी और पिथौरागढ़ जिलों में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में राज्य में दो लोगों की मौत हो गई. 29 अगस्त की सुबह उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई और 11 लापता हो गए.
भूस्खलन से कई घर क्षतिग्रस्त
भूस्खलन से कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गए और लोग मलबे के ढेर में दब गए. चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर जिलों में शुक्रवार को प्राकृतिक आपदा का सबसे ज्यादा असर देखा गया, जो 23 अगस्त को थराली आपदा के तुरंत बाद आई जिसमें एक महिला की मौत हो गई और एक अन्य लापता हो गई. इस मानसून सीजन में उत्तराखंड प्राकृतिक आपदाओं से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. चमोली जिले के थराली में हुई त्रासदी से पहले, उत्तराखंड में 5 अगस्त को भारी तबाही देखी गई थी. आपदा के बाद लापता हुए 69 लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. NDRF और SDRF की टीमें लापता लोगों की तलाश में लगी हैं. उधर, लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. प्रशासन ने बारिश के दौरान यात्रा न करने की सलाह दी है.
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