Home Religious आप भी घर में तुलसी लगाना चाहते हैं, तो इन आवश्यक नियमों का पालन जरूर करें! नहीं तो छिन सकता है आशीर्वाद

आप भी घर में तुलसी लगाना चाहते हैं, तो इन आवश्यक नियमों का पालन जरूर करें! नहीं तो छिन सकता है आशीर्वाद

by Jiya Kaushik
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Tulsi-Plants

Rules for Tulsi Plant: तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में अत्यंत पूजनीय माना जाता है, लेकिन अनजाने में की गई छोटी-छोटी गलतियां व्यक्ति को आशीर्वाद पाने से वंचित कर देती हैं. अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में समृद्धि बनी रहे, तो तुलसी से जुड़े इन आवश्यक नियमों का पालन जरूरी है.

Rules for Tulsi Plant: तुलसी को हिंदू संस्कृति में देवी का स्वरूप माना गया है. यह पौधा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें औषधीय गुण भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. तुलसी का पौधा घर में वातावरण को शुद्ध करता है, नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और मानसिक शांति भी प्रदान करता है. लेकिन यही तुलसी अगर नियमों के विरुद्ध रखी जाए या इसकी पूजा में लापरवाही की जाए, तो उसका फल विपरीत भी हो सकता है.

तुलसी से जुड़े नियमों की अनदेखी कर सकते हैं नुकसान

  • घर में तुलसी का पौधा लगाना शुभ माना जाता है लेकिन यदि इसे गलत दिशा में रखा जाए, तो यह अशुभ प्रभाव भी डाल सकता है. वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी को उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में ही लगाया जाना चाहिए.
  • दक्षिण या पश्चिम दिशा में तुलसी रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है.
  • तुलसी के पत्तों को कभी भी रविवार, एकादशी या ग्रहण के दिन नहीं तोड़ना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है क्योंकि इन दिनों तुलसी विश्राम अवस्था में रहती हैं. इसी तरह रात के समय पत्ते तोड़ना भी वर्जित है क्योंकि सूर्यास्त के बाद तुलसी की पूजा नहीं की जाती.
  • कई लोग तुलसी को प्लास्टिक या स्टील के गमले में लगा देते हैं, जो कि शास्त्रों के अनुसार सही नहीं है. तुलसी को हमेशा मिट्टी, पत्थर या पीतल के बर्तन में ही लगाना चाहिए ताकि इसकी पवित्रता बनी रहे.
  • बाथरूम या शयनकक्ष के पास तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए क्योंकि ये स्थान शुद्ध नहीं माने जाते। तुलसी को हमेशा खुले और साफ स्थान पर रखना चाहिए ताकि वह अच्छी तरह पनप सके और अपना पूर्ण प्रभाव दिखा सके.
  • तुलसी के पत्तों को छूने या तोड़ने से पहले शरीर की शुद्धता आवश्यक है. बिना स्नान किए, गंदे हाथों से या भोजन के तुरंत बाद तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।. इससे तुलसी का अपमान होता है और पुण्य की जगह पाप लग सकता है.

तुलसी के नियमों का पालन जीवन में लाता है सकारात्मकता

यदि व्यक्ति तुलसी के प्रति श्रद्धा और नियमों का पालन करता है, तो उसे निश्चित ही लाभ प्राप्त होता है. प्रतिदिन तुलसी को जल देना, उसके सामने दीपक जलाना और उसकी परिक्रमा करना नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है. कहा जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में राहु-केतु दोष होता है, उन्हें तुलसी की नियमित रूप से परिक्रमा करनी चाहि. इससे ग्रह दोषों का प्रभाव कम होता है और मानसिक स्थिरता बनी रहती है.

तुलसी के पौधे की नियमित देखभाल और पवित्रता बनाए रखना जरूरी है. यदि पौधा सूखने लगे या मुरझा जाए तो तुरंत नया पौधा लगाना चाहिए. तुलसी को केवल धार्मिक दृष्टि से नहीं, एक जीवित शक्ति के रूप में पूजा जाता है, इसलिए इसके साथ व्यवहार भी वैसा ही होना चाहिए.

तुलसी का पौधा अगर सही नियमों से रखा जाए और उसका ध्यान पूरे श्रद्धा भाव से किया जाए तो यह न केवल घर को पवित्र बनाता है, बल्कि जीवन में शुभता, समृद्धि और मानसिक शांति भी लाता है. वहीं नियमों की अनदेखी करने से शुभ फल की बजाय अशुभ परिणाम भी सामने आ सकते हैं. इसलिए तुलसी से जुड़ी मान्यताओं और धार्मिक नियमों का पालन करना हर घर के लिए आवश्यक है.

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