IND vs SA Test Series : साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम की शर्मनाक हार के बाद कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इसी बीच पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि वर्तमान में कई खिलाड़ी घरेलू पिच पर नहीं खेलते हैं.
IND vs SA Test Series : भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली गई दो मैचों की सीरीज में 0-2 से हारने के बाद टीम इंडिया की काफी किरकिरी हो रही है. इतने खराब प्रदर्शन के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने भारतीय बल्लेबाजों के लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के बल्लेबाज NRI की तरह हो गए हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया कि वह घरेलू पिचों पर खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं. मांजरेकर का कहना है कि भारतीय टीम में सेलेक्शन होने के बाद प्लेयर घरेलू मैदानों पर अभ्यास या प्रथम श्रेणी क्रिकेट बहुत कम खेलते हैं, ज्यादातर समय उनका विदेश में क्रिकेट खेलने में गुजर जाता है. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि घरेलू स्पिन ट्रैक पर खेलने का अनुभव कमजोर पड़ जाता है.
घरेलू मैदान की कमी के कारण ऐसा हुआ
संजय मांजरेकर ने घरेलू मैदान क्रिकेट नहीं खेलने वाले क्रिकेटरों का उदाहरण देते हुए बताया कि यशस्वी जयसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाजों ने बीते 2 सालों में 9 से 12 टेस्ट मैच विदेशी धरती पर खेले हैं, लेकिन भारत में इनको उतने अवसर नहीं मिल पाए. आपको बताते चलें कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में भारतीय टीम ने किसी में भी 250 रनों का आंकड़ा पार नहीं किया. साथ ही एक ही बल्लेबाज ने अर्धशतकीय पारी खेली. मांजरेकर का स्पष्ट कहना है कि ऐसे नतीजे घरेलू मैदान पर तैयारी नहीं हो पाना है. उन्होंने कहा कि जब भारतीय बल्लेबाज घरेलू क्रिकेट में अच्छा खेलते हैं तो और भारतीय टीम में सेलेक्ट हो जाते हैं तो फिर घरेलू फर्स्ट क्लास क्रिकेट पूरी तरह से छोड़ देते हैं. यही वजह है कि जब वह भारतीय पिचों पर खेलने के लिए मैदान पर उतरते हैं तो उन्हें पिच पर अजनबी सा फिल होता है.
मांजरेकर ने दी ये सलाह
संजय मांजरेकर ने घरेलू मैदान पर नहीं खेलने के लिए अलावा उनकी तकनीक को लेकर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि विदेशी मैदानों पर तेज गेंदबाजों के सामने आक्रामक खेल कभी-कभी फायदा देता है, लेकिन स्पिन वाली धीमी पिच पर स्टैंड एंड डिलीवर स्टाइम काम नहीं आता है. उनकी मानें तो टर्निंग ट्रैक पर सिर्फ स्किल, डिफेंस और रोटेशन ऑफ स्ट्राइक ही बल्लेबाज को सक्सेस कर सकते हैं. इसके अलावा संजय ने बताया कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत को बार-बार खेलने के लिए आमंत्रित करती है, क्योंकि टीम इंडिया विदेशों से बड़ा अमाउंट कलेक्ट करती है. इस मजबूरी के चलते भारतीय खिलाड़ी अपनी सरजमीं पर क्रिकेट खेलने से काफी वंचित हो जाते हैं. भारत अब अगले आठ महीने तक टेस्ट मैच नहीं खेलेगा.
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