Bilaspur landslide: बिलासपुर में मंगलवार शाम करीब 6.40 बजे बर्थिन के पास भालूघाट इलाके में एक पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा ढहकर चलती बस पर गिरने से भीषण हादसा हो गया था. राहत व बचाव अभियान बुधवार को भी जारी रहा.
Bilaspur landslide: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम हुए भीषण भूस्खलन के मलबे में दबी एक निजी बस में बुधवार सुबह एक बच्चे का शव मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 16 हो गई. मंगलवार शाम करीब 6.40 बजे बर्थिन के पास भालूघाट इलाके में एक पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा ढहकर चलती बस पर गिरने से भीषण हादसा हो गया था. राहत व बचाव अभियान बुधवार को भी जारी रहा. बिलासपुर के एसपी संदीप धवल ने पीटीआई-भाषा को बताया कि बुधवार को एक और शव मिलने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है. खराब दृश्यता और मिट्टी खिसकने के कारण मंगलवार देर रात रोक दिया गया बचाव अभियान बुधवार सुबह फिर से शुरू हुआ. एनडीआरएफ की दो टीमें, स्थानीय लोग, पुलिस, होमगार्ड और दमकलकर्मी तलाशी अभियान में लगे हुए हैं. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के अधिकारियों ने पीटीआई वीडियो को बताया कि पीड़ितों की तलाश के लिए डॉग स्क्वॉड के साथ-साथ भारी चट्टानों को हटाने के लिए मशीनरी को भी लगाया गया है.
उपमुख्यमंत्री ने की पीड़ितों से मुलाकात
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान नक्ष, आरव, संजीव, विमला, कमलेश, कांता देवी, अंजना, बख्शी राम, नरेंद्र शर्मा, कृष्ण लाल, चुन्नी लाल, रजनीश, सोनू, शरीफ खान और प्रवीण कुमार के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह मिले बच्चे के शव की अभी पहचान नहीं हो पाई है. मृतकों में एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल हैं. दो भाइयों की पत्नियां और एक भाई के दो बच्चे – जो एक समारोह में शामिल होने के बाद घर लौट रहे थे. एक अधिकारी ने बताया कि दूसरे भाई के बच्चे आरुषि और शौर्य बचाए गए लोगों में शामिल हैं. आरुषि और शौर्य के पिता राज कुमार ने कहा कि मेरी पत्नी और दो बच्चे, और मेरे भाई की पत्नी और उनके दो बच्चे, एक समारोह से घर लौट रहे थे जब यह त्रासदी घटी. अब केवल मेरे बच्चे ही जीवित हैं. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, जिन्होंने मंगलवार रात दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्यों का जायजा लिया और पीड़ितों के परिवारों से भी मुलाकात की, ने कहा कि इस क्षेत्र में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है. यह स्पष्ट है कि भारी बारिश के बाद पहाड़ के खिसकने के कारण यह दुर्घटना हुई.
सीएम का बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश
उन्होंने कहा कि हिमाचल एक पहाड़ी राज्य है. जहां ऊंचे-ऊंचे पहाड़ हैं, जहां बड़ी सड़कों, पुलों और सुरंगों का निर्माण हो रहा है. इसलिए इस बात की समीक्षा करने की आवश्यकता है कि क्या वर्तमान विकास मॉडल टिकाऊ है. उन्होंने कहा कि राज्य को 2023 से विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के कारण 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. सोमवार से इस क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और जे पी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शोक व्यक्त किया है. मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की, जबकि घायलों को 50,000 रुपये मिलेंगे. घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अधिकारियों को बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया.
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