Bihar Politics : बिहार की राजनीति उबाल आ गया है और भारतीय जनता पार्टी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. पार्टी ने कहा कि अगर यह लोग सत्ता में आ गए तो संविधान में नवाजवाद का शब्द भी जोड़ देंगे.
Bihar Politics : बिहार इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और सभी राजनीतिक पार्टियों ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी बीच जनता के बीच में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए राजनीतिक नेताओं ने आरोप-प्रत्यारोप करना शुरू कर दिया. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन लगातार वोट बैंक की राजनीति कर रहा है. इसके अलावा BJP ने यह भी कहा कि विपक्ष संविधान को ‘शरिया लिपि’ में बदलने और अपने नमाजवाद को छिपाने के लिए समाजवाद की आड़ ले रहा है. BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने कहा कि बिहार में RJD-कांग्रेस-वापमंथी संगठन ने संविधान के प्रति सम्मान की कमी को दर्शाया है.
सत्ता में आए तो नमाजवाद शब्द आ जाएगा
सुधांशु ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित है, जो मुस्लिम वोटर्स की बड़ी संख्या द्वारा अधिनियम के विरोध के बावजूद उनके बीच में अपनी पैठ बनाने के लिए तरीका तलाशने का प्रयास कर रहे हैं. त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि I.N.D.I.A. ब्लॉक पिछले दरवाजे से शरिया कानून को लागू करना चाहता है. उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना और कर्नाटक जैसे राज्यों में हिंदू ओबीसी, एससी और एसटी के लिए कोटा की कीमत पर मुसलमानों को आरक्षण देने की कवायद कर रहे हैं. साथ ही संविधान बचाओ इन दलों का महज दिखावा है, क्योंकि इनका सीधा मकसद शरिया लाओ है. त्रिवेदी ने बताया कि अगर यह लोग सत्ता में आ गए तो भारतीय संविधान की प्रस्तावना में ‘नमाजवाद’ शब्द भी जोड़ देंगे.
संविधान को शरिया लिपि में बदलना चाहते हैं
BJP ने कहा कि विपक्षी गठबंधन संविधान को शरिया लिपि में बदलना चाहते हैं. लेकिन किसी भी कीमत पर हमेशा ऐसा नहीं होने देंगे. आपको बताते चलें कि RJD के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को दावा किया कि बिहार में सत्तारूढ़ NDA खत्म होने की कगार पर खड़ा है. साथ ही अगर विपक्षी गठबंधन की सरकार आती है तो मोदी सरकार बनाए गए वक्फ अधिनियम को जड़ से उखाड़ने का काम करेंगे. तेजस्वी यादव बिहार के ऐतिहासिक गांधी मैदान में ‘वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ’ रैली को संबोधित कर रहे थे. इस पर BJP प्रवक्ता ने कहा कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) अंबेडकर के संविधान के किसी भी प्रावधान को कूड़ेदान में नहीं फेंकने देगा.
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