Ekata Yaatra: राष्ट्रगीत को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि राज्य के हर स्कूल और शैक्षणिक संस्थान में वंदे मातरम् गीत अनिवार्य किया जाएगा.
Ekata Yaatra: राष्ट्रगीत को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि राज्य के हर स्कूल और शैक्षणिक संस्थान में वंदे मातरम् गीत अनिवार्य किया जाएगा. गोरखपुर में ‘एकता यात्रा’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह कदम नागरिकों में भारत माता और मातृभूमि के प्रति श्रद्धा और गर्व की भावनाओं को प्रेरित करेगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के प्रति सम्मान की भावना होनी चाहिए. हम उत्तर प्रदेश के हर स्कूल और शैक्षणिक संस्थान में इसका गायन अनिवार्य करेंगे. राष्ट्रीय गीत को लेकर राजनीतिक विवाद तब शुरू हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा कि 1937 में इस गीत के प्रमुख छंदों को हटाने से विभाजन के बीज बोए गए और ऐसी विभाजनकारी मानसिकता देश के लिए एक चुनौती बनी हुई है. इस टिप्पणी को कांग्रेस पर हमले के रूप में देखा जा रहा है. कांग्रेस ने तीखा पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि मोदी ने 1937 की कांग्रेस कार्यसमिति और रवींद्रनाथ टैगोर का अपमान किया है.
कांग्रेस का पलटवारः आजादी में RSS की भूमिका नहीं
पार्टी नेता जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री की टिप्पणी चौंकाने वाली लेकिन आश्चर्यजनक नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में आरएसएस की कोई भूमिका नहीं थी. कांग्रेस ने टैगोर पर विभाजनकारी आरोप लगाने को शर्मनाक बताते हुए माफी की मांग की. मालूम हो कि 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित वंदे मातरम् को 24 जनवरी, 1950 को संविधान सभा द्वारा आधिकारिक रूप से भारत के राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया था. स्वतंत्रता आंदोलन में वंदे मातरम की भूमिका को याद करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि यह वह गीत था जिसने राष्ट्र की चेतना को जागृत किया. हर क्रांतिकारी, युवा, महिलाएं और बच्चे जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी, उनके होठों पर वंदे मातरम था. उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया. कहा कि उसने अतीत में राष्ट्रीय गीत का विरोध किया था.
पूरे राज्य में आयोजित होगी एकता यात्रा
आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर राष्ट्रीय एकता का विरोध करने की विरासत जारी रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोग पटेल की जयंती पर शामिल होने से इनकार करते हैं, लेकिन मोहम्मद अली जिन्ना का सम्मान करने में संकोच नहीं करते. इस तरह के दोहरे मापदंड राष्ट्रीय अखंडता के लिए खतरनाक हैं. मुख्यमंत्री ने जाति, भाषा या क्षेत्रीय आधार पर समाज को बांटने वाली ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी. संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने हाल ही में कहा था कि किसी भी मुसलमान को वंदे मातरम् गाने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता, क्योंकि इसके कुछ शब्द उनके धर्म की शिक्षाओं के अनुरूप नहीं हैं. उनकी टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग भारत के महान नेताओं और क्रांतिकारियों का अपमान करते हैं, वे एक तरह से देश की एकता और राष्ट्रवाद को चुनौती देने वाली अलगाववादी ताकतों का हौसला बढ़ाते हैं. आदित्यनाथ ने कहा कि ‘एकता यात्रा’ उत्तर प्रदेश के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित की जाएगी.
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