Business Update: भारतीय शेयर बाजार में सुधार और स्थिरता के बीच IPO मार्केट में जबरदस्त हलचल है. कंपनियां बड़े पैमाने पर पूंजी जुटाने को तैयार हैं, जिससे निवेशकों को भी अच्छे मौके मिल सकते हैं.
Business Update: भारतीय शेयर मार्केट में फिर से रौनक लौट आई है. सेंसेक्स-निफ्टी में मजबूती के साथ निवेशकों का भरोसा भी बढ़ा है. इसी माहौल में अब IPO की बहार देखने को मिल रही है. अगले कुछ महीनों में करीब 60 से ज्यादा कंपनियां अपना IPO लाने की तैयारी कर रही हैं. इनसे बाजार में करोड़ों रुपये से अधिक की जुटने की संभावना है. अगर यही रफ्तार बनी रही, तो आने वाले महीनों में शेयर बाजार में एक और सुनहरा दौर देखने को मिल सकता है.
अभी तक ‘लकी’ रहा ये साल
साल 2025 की शुरुआत आईपीओ मार्केट के लिए अच्छी रहा. जनवरी और फरवरी में कुल 10 आईपीओ आए, जिनका निवेशकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया. लेकिन मार्च में किसी भी कंपनी ने आईपीओ लॉन्च नहीं किया. इसके पीछे भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता मानी जा रही है.
अप्रैल से फिर लौटने लगी रफ्तार
अप्रैल में एथर एनर्जी ने आईपीओ बाजार में वापसी की शुरुआत की. इसके बाद मई में बेलराइज इंडस्ट्रीज और बोराना वीव्स जैसे दो बड़े आईपीओ आए, जिन्हें निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली. इससे यह संकेत मिला कि अब बाजार दोबारा एक्टिव हो रहा है.
सेबी से मिली 66 कंपनियों को मंजूरी
रिपोर्ट्स के मुताबिक सेबी ने अब तक 66 कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. इन कंपनियों में वेरिटास फाइनेंस, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (NSDL), जेएसडब्ल्यू सीमेंट, और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे बड़े नाम शामिल हैं.
बाजार में तेजी बनी वजह
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि सेंसेक्स ने अप्रैल के निचले स्तर से करीब 13% और निफ्टी 50 ने 13.6% तक उछाल दिखाई है. निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी क्रमश: 18.6% और 20.8% की तेजी आई है. यही वजह है कि कंपनियां एक बार फिर IPO के ज़रिए पूंजी जुटाने को तैयार हैं.

भारत-पाक तनाव के बाद कंपनियां हुई थीं सतर्क
पहलगाम में हुई घटना के बाद भारत-पाक तनाव ने बाजार को प्रभावित किया था. कई कंपनियों ने उस दौरान अपने आईपीओ प्लान को होल्ड कर दिया था. लेकिन अब जब सीमा पर शांति स्थापित हो चुकी है, कंपनियां दोबारा एक्टिव हो गई हैं.
इस हफ्ते आने वाले IPO
इस हफ्ते बाजार में चार नए IPO देखने को मिलेंगे:
- स्कोडा ट्यूब्स
- श्लॉस बेंगलुरू
- प्रोस्टॉर्म इन्फो सिस्टम्स
- एजिस वोपैक
इसके अलावा, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज, टाटा कैपिटल, और फिजिक्सवाला जैसी बड़ी कंपनियों ने भी सेबी को दस्तावेज सौंप दिए हैं और मंजूरी का इंतजार कर रही हैं.
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