Aaj Ka Panchang: आज की तिथि शुक्ल पक्ष की तृतीया है, जो दोपहर 02:12 बजे तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी तिथि प्रारंभ होगी. नक्षत्र की बात करें तो रोहिणी नक्षत्र दोपहर 04:18 बजे तक प्रभावी रहेगा.
Aaj Ka Panchang: आज वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है, जो विक्रम संवत 2082 के कालयुक्त संवत्सर के अंतर्गत मनाई जा रही है. यह दिन बुधवार को पड़ रहा है, और सूर्योदय सुबह 05:41 बजे तथा सूर्यास्त शाम 06:56 बजे होगा. चंद्रमा की बात करें तो चंद्रोदय सुबह 07:22 बजे और चंद्रास्त रात 10:14 बजे होगा. यह पंचांग नई दिल्ली के समय और स्थान के आधार पर तैयार किया गया है, जो भारतीय ज्योतिष और वैदिक परंपराओं के अनुसार महत्वपूर्ण है. आज का दिन धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए विशेष महत्व रखता है, और पंचांग के अनुसार शुभ और अशुभ समय का ज्ञान कार्यों की सफलता के लिए आवश्यक है.
पंचांग का विस्तृत विवरण
आज की तिथि शुक्ल पक्ष की तृतीया है, जो दोपहर 02:12 बजे तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी तिथि प्रारंभ होगी. नक्षत्र की बात करें तो रोहिणी नक्षत्र दोपहर 04:18 बजे तक प्रभावी रहेगा, जिसके बाद मृगशिरा नक्षत्र शुरू होगा. योग के संदर्भ में शोभन योग दोपहर 12:02 बजे तक रहेगा, और इसके बाद अतिगण्ड योग प्रारंभ होगा. करण में गर दोपहर 02:12 बजे तक और वणिज रात 12:43 बजे (1 मई) तक रहेगा, इसके बाद विष्टि करण शुरू होगा. चंद्र राशि वृषभ में रात 03:15 बजे (1 मई) तक रहेगी, जिसके बाद मिथुन राशि में प्रवेश करेगी. सूर्य मेष राशि में और भरणी नक्षत्र में विद्यमान है. यह संयोजन धार्मिक कार्यों, विशेषकर पूजा-पाठ और शुभ कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है.
ऋतु और अयन
वैदिक पंचांग के अनुसार, आज की द्रिक ऋतु ग्रीष्म और वैदिक ऋतु वसंत है. अयन उत्तरायण है, जो सूर्य के उत्तर दिशा की ओर गमन को दर्शाता है. दिन की अवधि 13 घंटे 14 मिनट 34 सेकंड और रात्रि की अवधि 10 घंटे 44 मिनट 34 सेकंड है. मध्याह्न दोपहर 12:18 बजे होगा, जो ज्योतिषीय गणनाओं के लिए महत्वपूर्ण समय है.
| दिनांक | 30 अप्रैल 2025 (बुधवार) |
| विक्रम सम्वत | 2082 कालयुक्त |
| शक सम्वत | 1947 विश्वावसु |
| गुजराती सम्वत | 2081 नल |
| चन्द्र मास (पूर्णिमान्त) | वैशाख |
| चन्द्र मास (अमान्त) | वैशाख |
| पक्ष | शुक्ल पक्ष |
| तिथि | तृतीया – 02:12 PM तक, फिर चतुर्थी |
| नक्षत्र | रोहिणी – 04:18 PM तक, फिर मृगशिरा |
| योग | शोभन – 12:02 PM तक, फिर अतिगण्ड |
| करण | गर – 02:12 PM तक, वणिज – 12:43 AM (1 मई), फिर विष्टि |
| वार | बुधवार |
| सूर्योदय | 05:41 AM |
| सूर्यास्त | 06:56 PM |
| चन्द्रोदय | 07:22 AM |
| चन्द्रास्त | 10:14 PM |
| मध्याह्न | 12:18 PM |
| चन्द्र राशि | वृषभ – 03:15 AM (1 मई) तक, फिर मिथुन |
| सूर्य राशि | मेष |
| सूर्य नक्षत्र | भरणी |
| ऋतु (द्रिक) | ग्रीष्म |
| ऋतु (वैदिक) | वसन्त |
| अयन (द्रिक) | उत्तरायण |
| अयन (वैदिक) | उत्तरायण |
| ब्रह्म मुहूर्त | 04:15 AM से 04:58 AM |
| प्रातः सन्ध्या | 04:37 AM से 05:41 AM |
| अभिजित मुहूर्त | नहीं है |
| विजय मुहूर्त | 02:31 PM से 03:24 PM |
| गोधूलि मुहूर्त | 06:55 PM से 07:16 PM |
| सायाह्न सन्ध्या | 06:56 PM से 08:00 PM |
| अमृत काल | 01:26 PM से 02:52 PM |
| निशिता मुहूर्त | 11:57 PM से 12:40 AM (1 मई) |
| सर्वार्थ सिद्धि योग | पूरे दिन |
| रवि योग | 04:18 PM से 05:40 AM (1 मई) |
| राहुकाल | 12:18 PM से 01:58 PM |
| यमगण्ड | 07:21 AM से 09:00 AM |
| गुलिक काल | 10:39 AM से 12:18 PM |
| विडाल योग | 05:41 AM से 04:18 PM |
| वर्ज्य | 09:07 AM से 10:33 AM |
| दुर्मुहूर्त | 11:52 AM से 12:45 PM, 09:26 PM से 10:55 PM |
| भद्रा | 12:43 AM (1 मई) से 05:40 AM (1 मई) |
| बाण | चोर – 01:08 PM तक |
| आनंदादि योग | शुभ – 04:18 PM तक, फिर अमृत |
| तमिल योग | सिद्ध – 04:18 PM तक, फिर अमृत |
| जीवनम | अर्ध जीवन |
| नेत्रम | नेत्रहीन |
| होमाहुति | सूर्य – 04:18 PM तक |
| दिशा शूल | उत्तर |
शुभ समय और मुहूर्त
आज के शुभ समय में ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:15 बजे से 04:58 बजे तक रहेगा, जो ध्यान, योग और आध्यात्मिक साधना के लिए सर्वोत्तम समय माना जाता है. प्रातः संध्या सुबह 04:37 बजे से 05:41 बजे तक और सायाह्न संध्या शाम 06:56 बजे से 08:00 बजे तक रहेगी. विजय मुहूर्त दोपहर 02:31 बजे से 03:24 बजे तक और गोधूलि मुहूर्त शाम 06:55 बजे से 07:16 बजे तक रहेगा. अमृत काल दोपहर 01:26 बजे से 02:52 बजे तक और निशिता मुहूर्त रात 11:57 बजे से 12:40 बजे (1 मई) तक रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन प्रभावी रहेगा, और रवि योग दोपहर 04:18 बजे से अगले दिन सुबह 05:40 बजे तक रहेगा. यह समय शुभ कार्यों जैसे विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए उपयुक्त है.
अशुभ समय
आज राहुकाल दोपहर 12:18 बजे से 01:58 बजे तक रहेगा, जो किसी भी शुभ कार्य के लिए वर्जित है. यमगण्ड सुबह 07:21 बजे से 09:00 बजे तक और गुलिक काल सुबह 10:39 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक रहेगा. विडाल योग सुबह 05:41 बजे से दोपहर 04:18 बजे तक और वर्ज्य समय सुबह 09:07 बजे से 10:33 बजे तक रहेगा. इसके अलावा, दुर्मुहूर्त दोपहर 11:52 बजे से 12:45 बजे तक और रात 09:26 बजे से 10:55 बजे तक रहेगा. भद्रा रात 12:43 बजे (1 मई) से सुबह 05:40 बजे (1 मई) तक प्रभावी रहेगी. इन समयों में कोई भी महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से बचना चाहिए.
आनंदादि और तमिल योग
आनंदादि योग में शुभ योग दोपहर 04:18 बजे तक और इसके बाद अमृत योग रहेगा. तमिल योग में सिद्ध योग दोपहर 04:18 बजे तक और फिर अमृत योग रहेगा. ये योग कार्यों की सफलता और सकारात्मक परिणामों के लिए शुभ माने जाते हैं. होमाहुति सूर्य को दोपहर 04:18 बजे तक दी जाएगी, और दिशा शूल उत्तर दिशा में है, इसलिए इस दिशा में यात्रा से बचना चाहिए.
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